कौशलेन्द्र पाराशर की रिपोर्ट /कोरोना महामारी में जबरन बिना नियम कानून के कुछ दबंग लोगों और अंचलाधिकारी चंडी के दबाव में हम लोगों की पुश्तैनी जमीन और मकान को अतिक्रमण के नाम पर अंचलाधिकारी चंडी द्वारा जबरदस्ती पुलिस के साथ मिलकर तोड़ा जा रहा है. करीब 100वर्षों से हम लोग वहां रहते आ रहे हैं. अंचल अधिकारी चंडी के दबाव में स्थानीय दबंग लोगों की मिलीभगत से हम लोगों के मकान को तोड़ा जा रहा है. हम लोगों के पूरे परिवार का जीवन यापन का यही एक जगह है. करीब 4 घंटों से हम लोग मुख्यमंत्री से मिलने का प्रयास कर रहे हैं. सिक्योरिटी के द्वारा कभी इस गेट कभी उस गेट कभी तीसरे कभी उसके ऊपर भेजा जा रहा है. हम लोग चंडी से सैकड़ों लोग चल कर बहुत भरोसा से आ रहे हैं. हम लोगों के घर से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का घर मात्र 2 किलोमीटर दूर है. फिर भी पिछले 4 घंटे से हमलोगो को सिक्योरिटी मुख्यमंत्री से नहीं मिलने दे रहा है. महिलाओं ने चंडी पुलिस प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाया.