अनुप कुमार, ऑनलाइन एडिटर /कोरोना वैक्सीन के तीसरे चरण के लिए केंद्र ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के लिए गाइडलाइन तैयार किया है. कोरोना वैक्सीनेशन का तीसरा चरण 1 मई से शुरू होने वाला है. इससे पहले इसकी तैयारी को लेकर केंद्र और राज्य सरकार मिलकर रणनीति बना रही हैं. केंद्र सरकार राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों को गाइड करेगी. वहीं हॉस्पिटल के इंफ्रास्ट्रक्चर को लेकर भी केंद्र सरकार राज्य को मदद देगी.तीसरे चरण के कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण और एम्पावर्ड ग्रुप के चेयरमैन डॉ आर.एस शर्मा की अध्यक्षता में शनिवार को एक उच्च स्तरीय बैठक की गई. इस मौके पर डॉ. आर.एस शर्मा ने कहा कि कोविन ऐप अब पूरी तरह ठीक हो गया है और बिना किसी त्रुटि के काम कर रहा है. ऐप अब 1 मई से शुरू होने वाले फेज-3 के वैक्सीनशन ड्राइव को संभालने के लिए तैयार है. अब ये राज्य सरकारों की जिम्मेदारी है कि वो इस ऐप पर सही डाटा अपलोड करें. गलत डाटा डालने से पूरी व्यवस्था का उद्देश्य ही खत्म हो जाएगा. 1 मई से शुरू होने वाले फेज-3 के वैक्सीनेशन के लिए केंद्र ने राज्यों को सलाह दी है.1. वैक्सीनेशन ड्राइव में तेजी लाने के लिए निजी अस्पतालों के साथ नए वैक्सीन सेन्टर की संख्या बढ़ाई जाय.2. इस बात की निगरानी करें कि कौन से हॉस्पिटल ने COWIN ऐप पर कितना वैक्सीन लेने, स्टोरेज, और कीमतों की जानकारी दी है.3. राज्य सरकारों को सीधे वैक्सीन प्रोक्योर करने को प्राथमिकता देनी चाहिए.4. राज्यों में 18-45 साल के उम्र के लोगों का सिर्फ ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन होगा, इस बात की पब्लिसिटी करनी चाहिए.5. कोविड वैक्सीन सेन्टर के लिए स्टाफ को ट्रेड करना होगा.6. स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर कोविड वैक्सीनेशन सेन्टर पर क्राउड मैंटेन करना.राज्य सरकारों को कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए स्वास्थ्य सेवाओं को उनके अनुकूल बदलाव करने और दुरुस्त करने की सलाह दी गई.1. कोविड के नए हॉस्पिटल का निर्माण हो. DRDO, CSIR या किसी निजी संस्था के साथ मिलकर ऐसा करने की सलाह है.2. ये बात सुनिश्चित हो कि हॉस्पिटल में पर्याप्त बेड, ICU, ऑक्सीजन की व्यवस्था हो.3. डॉक्टर, नर्स, और स्वस्थ्य कर्मियों की कोई कमी न हो.4. राज्य सरकर केन्द्रीय कॉल सेन्टर का निर्माण करे ताकि लोगों को हॉस्पिटल, बेड की जानकारी एक जगह से ही मिल सके.राज्यों को ये भी सलाह दी गई है कि वो बेडों का रियल टाइम रिकॉर्ड रखें. जो लोग घर में आइसोलेटेड हैं उनको राज्य सरकार टेलीमेडिसिन के जरिये मदद करे. कोरोना चिकित्सा से जुड़ी आशा वर्करों को राज्य सकारें पूरा भुगतान करें.