प्रिया सिन्हा की रिपोर्ट /पूरा देश अभी कोरोना से जंग लड़ रहा है। कोरोना मरीजों की संख्या इतनी ज्यादा बढ़ गई है कि इलाज के लिए अस्पतालों में जगह तक नहीं मिल पा रहा है। ऑक्सीजन, बेड समेत कई अन्य मेडिकल सुविधाओं की कमी होने लगी हैं।
हालांकि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘मन की बात’ कार्यक्रम को कोरोना पर ही केंद्रित रखा है। पीएम मोदी ने यह साफ कहा है कि ‘हमें अभी दवाई और कड़ाई दोनों पर ध्यान रखने की जरूरत है…’
वहीं, दूसरी ओर पीएम के ‘मन की बात’ कार्यक्रम के बाद कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके कार्यक्रम पर निशाना साधते हुए यह कहा – अब ‘मन की बात’ नहीं बल्कि ‘जन की बात’ करना ज्यादा अहम है।
साथ ही राहुल गांधी ने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं से राजनीतिक काम छोड़कर लोगों की मदद करने की भी अपील की है। राहुल गांधी ने अपने सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर पर यह ट्वीट किया है कि ‘सिस्टम’ फेल है इसलिए ये जनहित की बात करना जरूरी है। इस संकट में देश को जिम्मेदार नागरिकों की जरूरत है। अपने कांग्रेस साथियों से विनती है कि सारे राजनैतिक काम छोड़कर सिर्फ जन सहायता करें और हर तरह से देशवासियों का दुख दूर करें। कांग्रेस परिवार का यही धर्म है।
आगे राहुल गांधी ने कहा कि इस संकट में देश को ज़िम्मेदार नागरिकों की ज़रूरत है। अपने कांग्रेस साथियों से मेरा अनुरोध है कि सारे राजनैतिक काम छोड़कर सिर्फ़ जन सहायता करें, हर तरह से देशवासियों का दुख दूर करें।
बताते चलें कि मन की बात कार्यक्रम में पीएम मोदी ने यह कहा है कि कोरोना की चेन तोड़ने के लिए वैक्सीन हम सबको लगवानी है और पूरी सावधानी भी रखनी है। दवाई भी कड़ाई भी। इस मंत्र को कभी नहीं भूलना है। हम जल्द ही साथ मिलकर आपदा से बाहर आएंगे। कार्यक्रम खत्म होने के बाद राहुल गांधी ने अपने कार्यकर्ताओं से जनहित की सेवा करने की अपील की। आपको याद दिला दें कि पिछले दिनों राहुल गांधी ने कोरोना को लेकर मोदी सरकार पर तीखा हमला किया था।