विकास कुमार सिंह की रिपोर्ट /मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को स्थिति की समीक्षा की , उच्चस्तरीय बैठक कर कई अहम और कड़े फैसले की. मुख्यमंत्री ने कहा आयुष यूनानी और दंत चिकित्सकों के सहयोग ले. ग्रामीण क्षेत्र में मासिक वितरण सुनिश्चित कराएं. स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से राज्य में कोविड-19 की अद्यतन स्थिति की जानकारी दी। उन्होंने डेली टेस्ट पजिटिविटी रेट, एक्टिव केसेज, कुल जांच, आरटीपीसीआर जांच एवं टीकाकरण के संबंध में जानकारी दी। कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य सुविधाओं के सुढ़ीकरण के लिए उठाये जा रहे कदमों के संबंध में भी प्रधान सचिव स्वास्थ्य ने विस्तृत जानकारी दी।
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण के मामले प्रतिदिन तेजी से बढ़ रहे हैं। विशेषज्ञों के अनुसार अभी और बढ़ने की संभावना है। मुख्यमंत्री ने निर्देा देते हुये कहा कि आईजीआईएमएस सहित सभी सरकारी अस्पतालों में कोविड बेड की संख्या बढ़ायी जाय। इसके साथ-साथ सभी निजी अस्पतालों में भी कोविड बेड की संख्या को बढ़ायें। कोरोना के बढ़ते मामले को लेकर हरेक पहलू पर गंभीरतापूर्वक विचार करें और परिस्थिति के अनुसार हर जरुरी कदम उठाएं। कोरोना जांच की संख्या बढ़ाने के साथ-साथ जांच की रिपोर्ट जल्द उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें, इससे संक्रमितों का समय पर इलाज किया जा सकेगा। अन्य राज्यों में चुनाव के लिए जो भी पुलिस बल बाहर गई है, वापस लौटने पर उनका जांच करवाएं। पुलिस बलों की भी नियमित जांच करवाते रहें। उन्होंने कहा कि आयुष चिकित्सकों, यूनानी चिकित्सकों, दंत चिकित्सकों, सेवानिवृत चिकित्सकों का भी इस महामारी से निबटने में सहयोग लें। इसके साथ-साथ अन्य प्रकार के चिकित्सा कार्य से भी जुड़े लोगों की ट्रेनिंग कराकर उनका सहयोग लिया जाय। कोरोना जांच में कुछ लोगों की आरटीपीसीआर रिपोर्ट निगेटिव आ रही है लेकिन उनमें कोरोना संक्रमण के लक्षण पाए जा रहे हैं, ऐसे मरीजों के इलाज की भी व्यवस्था अस्पतालों में सुनिश्चित करायें। उन्होंने कहा कि टीकाकरण कार्य में भी और तेजी लायें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी या निजी अस्पतालों में अक्सीजन आपूर्ति की जो जरुरत है उसको पूर्ण करने के लिए हर जरुरी कदम उठाएं। हर हाल में अक्सीजन की आपूर्ति करनी है। जितने अक्सीजन आपूर्ति का अलटमेंट केन्द्र सरकार के द्वारा किया गया है उसके अलावा अगर और आक्सीजन की आवयकता है तो राज्य सरकार अपने खर्चे पर उपलब्ध करायेगी। अक्सीजन सिलिंडर की बर्बादी एवं बेवजह भंडारण न हो इसका भी ध्यान रखें। दवा के साथ-साथ अक्सीजन की उपलब्धता पर्याप्त रखें ताकि मरीजों को किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं हो। सभी नगर निकायों एवं ग्रामीण क्षेत्रों में मास्क का वितरण सुनिश्चित कराएं और लोगों को मास्क के प्रयोग के बारे में जानकारी दें। मुख्यमंत्री ने कहा कि संचार के अन्य माध्यमों के साथ-साथ माइकिंग के द्वारा गांव-गांव तक कोरोना संक्रमण के प्रति लोगों को सतर्क और सजग करने के लिए निरंतर अभियान चलायें।