सियाराम मिश्रा, वरीय संपादक की रिपोर्ट /
“संजीवनी रूपी ऑक्सीजन के लिए हनुमान जी से की प्रार्थना”
“जो सत बार पाठ कर कोई, छूटही बंदी महासुख होई”
श्री लाट भैरव भजन मण्डल के तत्वावधान में रविवार को प्रदोष काल मे तेलियाना स्थित सभागार में कोरोना रूपी महासंकट से मुक्ति व महासुख की कामना हेतु 100 बार हनुमान चालीसा का पाठ किया गया।साधकों ने प्रभु श्री राम के अनन्य भक्त व कलयुग के चिरंजीवी देव संकट मोचन हनुमान से प्रार्थना किया कि शीघ्र इस महामारी से सम्पूर्ण विश्व को मुक्ति मिले।वायरस से पीड़ितों को जल्द ही स्वास्थ्य लाभ हो।साथ ही देश के शासकों व स्वास्थ्यकर्मीयों सहित सभी को अद्भुत शक्ति प्रदान करें।जिससे पर्याप्त संसाधनों का प्रबंधन करने में वो सक्षम हो सकें।ताकि संजीवनी रूपी ऑक्सीजन की कमी के कारण मरने वालों के प्राणों की रक्षा की जा सकें।हनुमान जी का श्रृंगार कर भोग प्रसाद अर्पित किया गया।संस्था के अध्यक्ष केवल कुशवाहा ने सभी साधकों को संकल्प दिला कर अनुष्ठान का प्रारंभ किया।लगभग 4 घण्टों तक चले इस में आयोजन में उपस्थितों के साथ ही अन्य सदस्यों ने भी अपने-अपने घरों में रहकर यथासम्भव यह अनुष्ठान किया।साधक शिवम अग्रहरि ने बताया कि गो. तुलसीदास ने हनुमान चालीसा क के माध्यम से हम सभी को अद्भुत सूत्र प्रदान किया है।चालीसा के एक-एक दोहे और चौपाईयों में अद्भुत ऊर्जा समाहित है।जिसका नियमित पाठ कर हम सभी को आध्यात्मिक शक्ति अर्जित करनी चाहिए।जो हमे अदृश्य वायरस से लड़ने में बहुत ही सहायक सिद्ध होगी।अनुष्ठान में मुख्य रूप से शिवम अग्रहरि, गोविंद, धर्मेंद्र शाह, प्रभात कुशवाहा, उत्कर्ष कुशवाहा, रीतेश कुशवाहा, चंद्रिका मौर्य, शिव प्रसाद आदि रहे।