कौशलेन्द्र पाराशर की रिपोर्ट /हर एक अमरीकी को जल्द से जल्द टीका लगाने के लिए अमेरिकी प्रशासन ने स्पष्ट नीति बनाई. प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश का कोई नीति नहीं दिखा वैक्सीनेशन पर. अनेक प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों ने 18 साल के ऊपर के लोगों को टीका लगवाने से वर्तमान में हाथ खड़े कर लिए. अगर प्रधानमंत्री मोदी को देश को बचाना है तो राजनीति से ऊपर सोच कर देश और मानवता को बचाने के लिए एक स्पष्ट नीति की जरूरत है.देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर से कोहराम मचा है. इस बीच कई राज्यों ने कोरोना टीकाकरण के नए फेज को लेकर हाथ खड़े कर दिए हैं. सरकार ने 18 वर्ष से अधिक उम्र के सभी नागरिकों को 1 मई से टीका लगवाने की इजाजत दी है, लेकिन कई राज्यों में वैक्सीन की उपलब्धता को लेकर अनिश्चितता की स्थिति है. महाराष्ट्र और दिल्ली जैसे राज्यों ने कहा है कि उनके पास पार्याप्त संख्या में डोज नहीं हैं. लिहाजा फिलहाल वैक्सीन नहीं लग पाएगी.टीकाकरण के नए दौर के लिए बुधवार से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन शुरू हुआ. शुरुआती तकनीकी परेशानियों के बाद एक करोड़ 30 लाख लोगों ने वैक्सीन के लिए रजिस्टर कराया है. आइए जानते हैं किन राज्यों में 1 मई से 18 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को फिलहाल नहीं लग पाएगी वैक्सीन:-मुंबई में शुक्रवार से 3 दिन के लिए वैक्सीनेशन बंद किया जाएगा। इसका कारण वैक्सीन की कमी बताई जा रही है. BMC ने बयान जारी कर बताया कि स्टॉक ना होने के कारण 18 साल से ऊपर की उम्र के लोगों के वैक्सीनेशन में भी देरी हो सकती है. मुंबई कारपो रेशन ने दोहराया कि 45+ के लोगों के लिएए टीकाकरण जारी रहेगा. उन्होंने ट्वीट में लिखा, ‘मुंबई में सभी सीनियर सिटीजंस से आग्रह है कि वे टीकाकरण केंद्र पर भीड़ न लगाएं या लंबी लाइन में न लगें. वैक्सीन की सप्लाई में कमी है और यह सभी जगहों पर पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध नहीं है लेकिन बेफिक्र रहें सभी 45+ के लोगों को टीका लगेगा.’दिल्ली सरकार का कहना है कि वह निर्माता कंपनी से वैक्सीन की ताजा सप्लाई का इंतजार कर रही है. राज्य के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा, ”हमारे पास अभी वैक्सीन नहीं है, इसके लिए कंपनी से आग्रह किया गया है, जब ये आ जाएंगी तो हम आपको बताएंगे.मध्य प्रदेश में 1 मई से 18 साल से ऊपर की उम्र वालों को कोरोना वैक्सीन नहीं लगेगी. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि हमने कोविशील्ड और कोवैक्सीन दोनों ही वैक्सीन के लिए कंपनियों को ऑर्डर दिए थे, लेकिन उनसे संपर्क करने पर उन्होंने बताया कि 1 मई तक वैक्सीन डोज़ उपलब्ध नहीं हो पाएंगी. उन्होंने कहा कि जैसे ही टीका उपलब्ध होगा वैक्सीनेशन का अगला चरण शुरू कर दिया जाएगा.झारखंड में एक मई से 18 से 45 साल के लोगों को कोरोना की वैक्सीन नहीं लग सकेगी. झारखंड ने भारत बायोटेक और सीरम से से 25-25 लाख टीके का ऑर्डर दिया है, लेकिन वैक्सीन निर्माता कंपनियों को अभी वैक्सीन देने से हाथ खड़े कर दिए हैं. हेल्थ मिनिस्टर बन्ना गुप्ता ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा है कि कंपनियों ने कहा है कि केंद्र सरकार का ऑर्डर पूरा करने में ही 15 से 20 मई तक का समय लग जाएगा. इसलिए झारखंड काे एक मई तक वैक्सीन मिलना संभव नहीं है.बिहार में भी एक मई से 18 से 45 साल की उम्र के लोगों को वैक्सीन की डो़ज मिलने के आसार नहीं हैं. बिहार सरकार की भी तैयारी कमजोर दिखा. बिहार में एक मई को वैक्सीनेशन का तीसरा चरण शुरू नहीं होगा. वैक्सीन की किल्लत के बीच यह फैसला लिया गया है. 5.46 करोड़ लोगों को वैक्सीन लगाई जानी है. हालांकि, रजिस्ट्रेशन जारी रहेंगे.गुजरात को सीरम इंस्टीट्यूट से कोविशील्ड के 2 करोड़ डोज और भारत बायोटैक से कोवैक्सीन के 50 लाख डोज जल्द मिलेंगे. गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने गुरुवार को कहा, ‘मैं राज्य के उन सभी लोगों से अनुरोध करता हूं कि जैसे ही हमारे पास वैक्सीन का स्टॉक पहुंच जाए, जल्द से जल्द अपना वैक्सीनेशन करवा लें. 15 दिनों के अंदर हमारे पास वैक्सीन का स्टॉक आ जाएगा.’ हालांकि, सीएम ने ये भी बताया कि 1 मई से 18 साल से ऊपर के लोगों को वैक्सीनेट करने के लिए टीका फिलहाल नहीं है.तमिलनाडु ने डेढ़ करोड़ डोज का आर्डर दिया है, लेकिन सूत्रों ने बताया कि राज्य सरकार 18 से 45 के आयुवर्ग के लिए शनिवार से टीकाकरण शुरू होने को लेकर अनिश्चितता की स्थिति में है.राजस्थान भी वैक्सीन की कमी का सामना कर रहा है. राज्य के स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने कहा कि वैक्सीन निर्माताओं ने कहा है कि वे 15 मई से पहले सप्लाई नहीं कर पाएंगे. उन्होंने कहा कि हमारे पास स्टोरेज में वैक्सीन नहीं है. 18+ के टीकाकरण के लिए हमें सात करोड़ वैक्सीन चाहिए लेकिन ये हमें समय पर मिलनी चाहिए. राजस्थान के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि हमने सीरम इंस्टीयूट से बात करके 3.75 करोड़ डोज देने को कहा है लेकिन चूंकि उन्हें पहले केंद्र केंद्र सरकार के आर्डर की पूर्ति करना है इसलिए वे फिलहाल हमें वैक्सीन नहीं दे सकते.