कंट्री इनसाइड न्यूज़ ने अपने सर्वे में पाया था की ममता बनर्जी नंदीग्राम से निश्चित चुनाव हार जाएंगी. अगर बीजेपी के द्वारा दिलीप घोष की जगह शुभेंदु अधिकारी को चुनाव नहीं लड़ा कर पूरे बंगाल में घुमाया गया होता. तो आज निश्चित तौर से बंगाल में बीजेपी की सरकार बनती. कंट्री इनसाइड ने अपने इलेक्शन सर्वे में पाया था की ममता बनर्जी निश्चित रूप से बंगाल में मोदी पर भारी हैं. लेकिन बीजेपी की जो चुनावी रैलियां थी और कोरोना के कारण बीजेपी की हार हुई.. पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में सबसे हाईप्रोफाइल सीट कही जा रही नंदीग्राम का नतीजा आ चुका है. राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी महज 1900 सौ वोटों से चुनाव हार गई हैं. रविवार को मतगणना शुरू होने के बाद से ही लगातार शुभेंदु अधिकारी ने बढ़त बनाई हुई थी लेकिन आखिरी चरण में ममता बनर्जी को उन्हें पीछे छोड़ दिया. बंगाल में अब ये लगभग साफ हो गया है कि तृणमूल कांग्रेस पार्टी लगातार तीसरी बार सरकार बना रही है. ऐसे में प्रमुख ममता बनर्जी को देशभर के तमाम नेताओं की ओर से बधाई संदेश मिलने लगे हैं. इसी कड़ी में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी ममता बनर्जी को बधाई दी है. उन्होंने कहा, ‘दीदी, ममता बनर्जी जी और पश्चिम बंगाल की जनता को इस शानदार जीत पर हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं.’ केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट किया, पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री को बधाई, ममता दीदी ने पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में अपनी पार्टी की जीत पर उनके अगले कार्यकाल के लिए उन्हें मेरी शुभकामनाएं.दिसंबर में बीजेपी में शामिल हुए थे शुभेंदु19 दिसंबर को मिदनापुर में अमित शाह के हाथ से पद्म ध्वज लेने के बाद भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने शुभेंदु पर भरोसा करना शुरू कर दिया था. उसी दिन अमित शाह कोलकाता और न्यूटाउन के होटलों में वोटिंग योजना को लेकर संगठनात्मक बैठक में शामिल हुए. चाहे वह कोलकाता हो या दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ब्रिगेड रैली की तैयारी हो या जेपी नड्डा के निवास पर महत्वूपर्ण चर्चा, उम्मीदवारों की सूची को अंतिम रूप देने के लिए शुभेंदु को भी महत्वपूर्ण स्थान मिला. यहां तक कि उन्हें चुनावी प्रचार में भी सबसे महत्वपूर्ण चेहरों में से एक के रूप में भी इस्तेमाल किया गया. उन्हें इस अभियान में प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष के चेहरे के रूप में चित्रित किया गया है,चुनाव प्रचार के दौरान आरोप-प्रत्यारोप.चुनाव प्रचार के दौरान भी शुभेंदु अधिकारी लगातार ममता बनर्जी की हार की बात करते रहे. उन्होंने कहा था कि ममता बनर्जी कम से कम 50 हजार वोटों से हारेंगी. इसके बाद ममता बनर्जी को चोट भी नंदीग्राम के इलाके में लगी. जिसके बाद ममता ने पूरा चुनाव प्रचार व्हील चेयर पर बैठकर ही किया. माना जा रहा है कि ममता की जीत में सहानुभूति वोट का बड़ा हाथ होगा.लेकिन शुभेंदु अधिकारी की जमीनी पकड़ ने ममता बनर्जी को चुनाव हरा दिया.