कौशलेन्द्र पाराशर की रिपोर्ट /मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से की अपील प्राइवेट हॉस्पिटलों को बैठा कर एक बार बात करें, प्राइवेट हॉस्पिटल मानवता को बचाने में आगे आना चाहते हैं. कोरोना की दवा पूरे विश्व में कहीं भी उपलब्ध नहीं है. इस को निमोनिया -डायरिया मानकर ही सिस्टमैटिक इलाज किया जा रहा है. मुख्यमंत्री जी सरकारी अस्पताल पर बहुत ही ज्यादा लोड हो गया है. प्राइवेट हॉस्पिटल के पास वेंटीलेटर के साथ सारी सुविधाएं मौजूद है. लेकिन सरकार की तरफ से कोई आदेश नहीं होने के कारण हम लोग एक भी करना मरीज को भर्ती नहीं कर पा रहे हैं. मानवता को नहीं बचा पा रहे हैं. इसका मुझे बहुत दुख है. कोरोना महामारी का प्रसार हवा के माध्यम से भी हो रहा है. इसलिए बिहार वासियों से अपील है डबल मास्क का प्रयोग करें. अपने आप को सुरक्षित रहें. अगर आप को बुखार है सर दर्द शुरू होता है. तुरंत किसी अच्छे चिकित्सक से मिलकर दवा शुरू कर दें. जांच में 3 से 5 दिन लग रहा है ऐसा खबर के माध्यम से प्राप्त हो रहा है जानकारी. मुख्यमंत्री जी आप बहुत ही मानवीय तरीके से मानवता बचाने के लिए कार्य करते आ रहे हैं मैं लगातार देखना हूँ. इस विकट परिस्थिति में प्राइवेट हॉस्पिटल मैनेजमेंट को बैठा कर अब सीधा बात करें और वह आपको मदद को तैयार बैठे हुए हैं. इस महामारी की कोई दवा विश्व में या भारत में कहीं उपलब्ध नहीं है. इसको लास्ट में निमोनिया मानकर ही हम लोग इलाज कर रहे हैं. फिर देर किस बात की. आप अपने स्तर पर संज्ञान लेते हुए तुरंत प्राइवेट हॉस्पिटल को इलाज करा देना. इस नियम कानून का समय नहीं मानवता बचाने का समय है.