लुधियाना, (शशीकांत मिश्रा) : गरीब नवाज मुस्लिम काउंसिल कमेटी लुधियाना और नूरी कब्रिस्तान कमेटी शेरपुर खुर्द लुधियाना के तरफ से प्रधान जलालुद्दीन जलाल और सेक्रेटरी (सचिव) मोहम्मद शहजाद के मौजूदगी मे एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया। जिसमें गरीब नवाज मुस्लिम काउंसिल कमेटी और नूरी कब्रिस्तान कमेटी के सदस्यों की तरफ से बात करते हुए मोहम्मद शहजाद ने बताया कि नूरी कब्रिस्तान शेरपुर में सबसे ज्यादा मय्यत आता है। तकरीबन लुधियाना जिले के सभी लोग इसी कब्रिस्तान में ज्यादातर संख्या में आते हैं।
क्योंकि इस कब्रिस्तान में हर तरह से लोगो की सुविधाओं का ध्यान रखा जाता है। उनको जरूरत की वस्तुओं को उपलब्ध कमेटी के द्वारा करवाया जाता है। जैसे की कब्र खोदना कफन सिलवाना लक्कड़ का इंतजाम पानी का प्रबंध। ऐसी सुविधाएं अन्य किसी कब्रिस्तान में नहीं मिलती जिस वजह से नूरी कब्रिस्तान में ज्यादातर संख्या में मय्यत दफनाने के लिए यहां पर आती है। बता दे तकरीबन हर रोज कोई न कोई मय्यत इस कब्रिस्तान में आता ही रहता है। और इस कोरोना महामारी में कमेटी के सदस्यों को सरकार द्वारा कोई भी सहूलियत या इंतजाम नहीं मिलता और इनको अपनी जान पर खेलकर कोरोना मरीज को दफनाया जाता है।
बता दे मोहम्मद शहजाद ने बताया 2012 में पंजाब सरकार के द्वारा साडे 4 फुट मिट्टी इस कब्रिस्तान में पड़ी थी। उसके बाद कोई भी कार्य नहीं किया गया। कब्रिस्तान में 1 गज भी जगह खाली नहीं है, मुर्दों को दफनाने के लिए। अभी जब यहां कोई भी मय्यत आता है, तो सोचना पड़ता है कहां दफनाया जाए। जगह की कमी की वजह से खुदाई के समय कई बार पहले से दफनाए गए मुर्दे भी दिखने लगते हैं। पंजाब सरकार से कई बार अपील किया गया कि इस कब्रिस्तान पर सरकार ध्यान दे।
इसमें मिट्टी भरवाया जाए। बता दें इतनी बड़ी संख्या में मुस्लिम भाईचारा लुधियाना में रहता है, देखा जाए तो जुगियाना, गोविंदगढ़, मंगली, दुर्गा कॉलोनी, ड़डारी खुर्द, शेरपुर आदि अन्य इलाकों के मय्यत नूरी कब्रिस्तान मे ही आता है। अतः सरकार से निवेदन है कि इलाके में एक और कब्रिस्तान के लिए जगह दिया जाए ताकि सहूलियत के हिसाब से मुर्दों को दफनाया जा सके।
इस मौके पर प्रधान जलालुद्दीन जलाल, मोहम्मद शहजाद, कालिया भाई, गोरा प्रधान, अख्तर अली, बबलू अंसारी, रमजान अली, अमानत अली, आलम, सलीम, गुलाम नवी, एवं जैनुल हक मौजूद रहे।