निखिल भारद्वाज की रिपोर्ट /ने भी पंजाब को सीधे टीके देने से इनकार कर दिया है. फाइजर का भी यही कहना है कि वह नीति के तहत भारत सरकार के साथ ही बातचीत कर सकती है. हालांकि कंपनी ने पंजाब सरकार के प्रयासों की सराहना भी की है.कंपनी ने कहा कि वे सिर्फ संघीय सरकारों के साथ डील करती है. टीकाकरण के लिए राज्य नोडल अधिकारी और वरिष्ठ आईएएस अधिकारी विकास गर्ग ने बताया कि ‘फाइजर’ ने अपने जवाब में कहा, “फाइजर दुनिया भर में संघीय सरकारों के साथ काम कर रही है, ताकि राष्ट्रीय टीकाकरण में उपयोग के लिए कोविड -19 टीके की आपूर्ति कर सके. इस समय हमारे आपूर्ति समझौते राष्ट्रीय सरकारों और सुपर-नेशनल संगठनों के साथ हैं. फाइजर ने भी दुनिया भर में इस दृष्टिकोण का पालन किया है.”नोडल अधिकारी ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री कैप्टन के निर्देशों के अनुसार ग्लोबल टेंडर जारी करने की संभावनाओं का पता लगाने के लिए सभी वैक्सीन निर्माताओं से स्पूतनिक वी, फाइजर, मॉडर्ना और जॉनसन एंड जॉनसन सहित विभिन्न कोविड टीकों की सीधी खरीद के लिए संपर्क किया गया था. उन्होंने कहा कि राज्य अब भी स्पूतनिक और जॉनसन एंड जॉनसन से सकारात्मक जवाब की उम्मीद कर रहा है.उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को टीके की अनुपलब्धता के कारण पिछले तीन दिनों में चरण 1 और चरण 2 श्रेणियों के लिए टीकाकरण रोकने पर मजबूर होना पड़ा था. साथ ही राज्य में टीकों की भारी कमी को पूरा करने के लिए टीकों की खरीद के लिए सभी प्रयास किए जाएंगे. पंजाब को भारत सरकार से अब तक लगभग 45.3 लाख वैक्सीन खुराक मिल चुकी हैं. गौरतलब है कि बीते रविवार को मॉडर्ना कंपनी ने पंजाब सरकार के साथ टीकों को लेकर सीधी बातचीत से इनकार कर दिया था.