निखिल दुबे, संवाददाता /सभी प्रकार के चिकित्सा अपनी जगह पर बहुत अच्छे तरीके से काम करते हैं. आपको बता दें आयुर्वेद, एलोपैथी, होम्योपैथी, एवं यूनानी चिकित्सा सबका काम अलग अलग है सब का तरीका अलग अलग है. परंतु एक बात और सत्य है आयुर्वेद का कोई साइड इफेक्ट नहीं. आयुर्वेद चिकित्सा का कोई तोड़ नहीं. एक गंभीर बीमारी जिसे हम भगंदर (फिस्टुला) कहते हैं का 100% इलाज आयुर्वेद की छार सूत्र विधि से ही संभव है अन्य किसी पद्धति में इस बीमारी का सत प्रतिशत इलाज संभव नहीं. ऐसी कई और बीमारियां हैं जिसका इलाज केवल आयुर्वेद से ही किया जा सकता है. आयुर्वेद चिकित्सा से किसी भी प्रकार की बीमारी बदलने की संभावना नहीं होती. देश में आयुर्वेद और योग गुरु स्वामी रामदेव की आवाजों को दबाने की जो षड्यंत्र हो रही है यह निंदनीय है.