सूत्रों के हवाले से /देश की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम में पहलवान सागर धनखड़ की हत्या के मामले में गिरफ्तार ओलंपिक पदक विजेता पहलवान सुशील कुमार और उनके साथी अजय बक्करवाला से दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच पूछताछ कर रही है. इस बीच खबर है कि अपने जन्मदिन के दिन (बुधवार) विश्व चैंपियन और राष्ट्रमंडल खेलों में तीन स्वर्ण पदक जीतने वाले सुशील क्राइम ब्रांच के दफ्तर में फूट-फूटकर रो पड़े. हमेशा पहलवान का जन्मदिन धूमधाम से मनता था, लेकिन ऐसा नहीं हो सका. बस सुशील के पास उनका भाई महज कुछ देर के लिए जरूर पहुंचा था. सुशील कुमार की अपने जन्मदिन के अवसर पर क्राइम ब्रांच की हिरासत में आंखें नम थीं और वह सुबह से ही परेशान लग रहे थे. यही नहीं, वह न तो कुछ ठीक से खा रहे थे और न ही बात कर रहे थे. इस बीच वह अपने भाई को देख एकदम भावुक हो गए और जोर जोर से सिसकने लगा. इस स्थिति से सुशील को उबरने में थोड़ा वक्त लगा और फिर क्राइम ब्रांच की टीम ने उनसे बातचीत की. पहलवान सुशील कुमार ने बेइज्जती का बदला लेने के लिए गैंगस्टर्स की पूरी फौज खड़ी कर दी थी. इसी 4 मई को वारदात वाले दिन कुख्यात गैंगस्टर काला जखेड़ी के ममेरे भाई सोनू, रविन्द्र व अन्य का मॉडल टाउन वाले फ्लैट को लेकर सुशील पहलवान से झगड़ा हो गया था. उन लोगों ने सुशील पर हावी होकर उसकी शर्ट का कालर पकड़ लिया था. इतना ही नहीं, उसे देख लेने की धमकी देते हुए दौड़ा भी दिया था. सुशील को अपनी ये बेइज्जती नागवार गुजरी थी और खुन्नस व तनाव में आकर उसने उसी दिन इसका बदला लेने की ठान ली. इसके लिए सुशील ने कुख्यात नीरज बवाना व असौदा गिरोह के बदमाशों का सहारा लिया. और देखते ही देखते कुछ घंटे के अंदर ही उसने हरियाणा से बदमाशों को बुला उसी रात सोनू समेत अन्य की बुरी तरह से पिटाई कर दी. घटना में सागर के सिर पर गंभीर चोट लग जाने के कारण उसकी मौत हो गई थी.पुलिस का कहना है कि दिन में सुशील जब छत्रसाल स्टेडियम आया था तब उसके साथ अधिक पहलवान नहीं थे. स्टेडियम में अचानक उसकी सोनू, सागर, अमित, भक्तु, रविन्द्र व विकास आदि से कहा-सुनी हो गई. सुशील को जबरदस्त तरीके से अपमानित भी किया गया. उस समय तो सुशील स्टेडियम से चला गया था, लेकिन अपमान का बदला लेने के लिए उसने तुरंत उन लोगों को सबक सिखाने की ठान ली. अजय व अन्य साथियों के साथ मिलकर उसने बदमाशों को फोनकर तुरन्त हरियाणा से दिल्ली बुला लिया. पहले किसी अन्य जगह पर सभी जमा हुए. वहां कई ने शराब पी और खाना खाया. उसके बाद 5-6 कारों में सवार होकर वे लोग देर रात 12 बजे शालीमारबाग में रविन्द्र के घर पर पहुंचे. रविन्द्र उस समय अपने घर के नीचे एक दुकान के सामने खड़ा होकर आइसक्रीम खा रहा था. रविन्द्र व उसके साथी विकास को उन लोगों ने अपनी कारों में बैठाकर अगवा कर लिया. इसके बाद सभी माडल टाउन स्थित सोनू के फ्लैट के पास पहुंचे. वहां से सोनू, सागर, अमित व भक्तु को कारों में बैठाकर सभी को रात करीब एक बजे छत्रसाल स्टेडियम ले आए. यहां पार्किंग एरिया में सभी छह पहलवानों को घेरकर सुशील व उसके साथ आए बदमाशों में लाठी डंडे, हाकी स्टिक आदि से बुरी तरह जानवरों की तरह पिटाई कर दी थी.
