पटना डेस्क /देवियों एवं सज्जनों ! आज बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन द्वारा आयोजित दस दिवसीय संस्कृत संभाषण शिविर का समापन समारोह है। अपराह्न चार बजे समारोह का उद्घाटन होगा । मुख्य प्रतियोगिता आज संपन्न होगी । कल पूर्वाभ्यास था ! सभी प्रतिभागियों से आग्रह है कि वे थोड़ा ही बोलें किंतु लिखा हुआ पाठ न करें ! लिखा हुआ पढ़ने वालों को प्रतिभागी नहीं माना जाएगा । अपने स्मरण के आधार पर ही व्याख्यान दें ! अधिकतम अवधि तीन मिनट ही निर्धारित है, जो पर्याप्त है। सबसे आग्रह है कि कृपया चार बजे से किंचित पूर्व ही जुड़ने की चेष्टा करें ! यदि किसी कारण से प्रथम प्रयास में न जुड़ पाएँ तो दूसरा तीसरा प्रयास करें! पुनः पुनः लिंक दबा कर चेष्टा करें ! प्रमाण-पत्र प्राप्ति के लिए आवश्यक है की पाँच-दस पंक्तियाँ ही सही, किंतु अवश्य बोलें ! प्रथम तीन स्थान पाने वाले प्रतिभागी, क्रमशः स्वर्ण , रजत एवं कांस्य पदक से विभूषित किए जाएंगे ! कतिपय प्रतिभागियों को प्रोत्साहन पुरस्कार भी दिया जाएगा। कृपया अवश्य जुड़ें ! नही बोलने वाले भी अतिथि रूप में समारोह की शोभा बढ़ाने हेतु उपस्थित होने की कृपा करें : डा अनिल सुलभ