सौरभ निगम की रिपोर्ट / उत्तर में विधानसभा चुनाव में सात माह से भी कम समय बचा है. राजनीतिक पार्टियों ने गठबंधन के लिए नए साथियों को खोजना शुरू कर दिया है. समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने छोटी पार्टियों को अपने पाले में लाना शुरू कर दिया है. एसपी फिलहाल बड़ी पार्टियों से दूरी बनाकर चल रही है. सूत्रों के मुताबिक, सपा प्रमुख अखिलेश यादव बीजेपी की सत्ता में फिर से वापसी रोकने के लिए अपना दल (सोनेलाल) को अपने पाले में लाने के लिए जुट गए हैं. हालांकि बड़ा सवाल यही है कि क्या अपना दल (एस) की नेता और मिर्जापुर सांसद अनुप्रिया पटेल विधानसभा चुनाव से पहले एनडीए छोड़ेंगी.समाजवादी पार्टी ने 2017 का विधानसभा चुनाव कांग्रेस के साथ मिलकर लड़ा था लेकिन पार्टी को हार का सामना करना पड़ा था. दोनों दलों के बीच बातचीत शुरुआती दौर में है. दोनों ही पार्टियों की ओर से कोई भी कुछ भी खुलकर बोलने को तैयार नहीं है.गौरतलब है कि अपना दल (एस) के प्रदेश में नौ विधायक हैं. अनुप्रिया पटेल मिर्जापुर से सांसद हैं. अपना दल मोदी सरकार 1.0 के समय से केंद्र में एनडीए के साथ है. अनुप्रिया पटेल मोदी सरकार 1.0 में केंद्र में मंत्री भी रह चुकी हैं. हालांकि मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में उन्हें मंत्री पद नहीं मिला. अनुप्रिया पटेल के पति आशीष पटेल को भी योगी सरकार में मंत्री पद नहीं मिला. आशीष पटेल अपना दल (एस) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और एमएलसी हैं. सूत्रों के मुताबिक, अपना दल (एस) को केंद्र और यूपी में कोई पद नहीं दिया गया, इसको लेकर पार्टी बीजेपी से नाराज चल रही है. हालांकि, आधिकारिक तौर पर अपना दल (एस) एनडीए की सहयोगी है. पूर्वांचल में कुर्मी जाति पर पार्टी की अच्छी पकड़ी मानी जाती है.
