पटना, ५ जून। मौरिशस के पूर्व राष्ट्रपति स्व अनिरुद्ध जगन्नाथ, मौरिशस के राष्ट्रपिता सर शिव सागर रामग़ुलाम के बाद सबसे लोकप्रिय राजनेता और अहंकार शून्य समाजोद्धारक थे। वे वास्तव में भारतीय गौरव थे। वर्ष २०१० में उन्होंने अपनी पत्नी के साथ बिहार की यात्रा की थी। भारत मौरिशस मैत्री संघ ने उनके नागरिक अभिनंदन के लिए, पटना के होटेल मौर्य में एक भव्य समारोह आयोजित किया था, जिसमें भोजपुरी में अपना भाषण देते हुए वे भारत के प्रति, विशेष रूप से बिहार के प्रति अपने श्रद्धा के उद्गार व्यक्त करते हुए अनेक बार भावुक हुए और उनकी आँखे छलछला आयीं थी। उनके व्यक्तित्व से उनकी सरलता और सहजता सहज में हीं प्रकट हुईं, जिसकी सुगंध ने सबको अपने आकर्षण पाश में बाँध लिया था। उनके निधन से भारत ने केरेबियन सागर में अपना एक परम हितैषी खो दिया है।यह बातें शनिवार को, भारत मौरिशस मैत्री संघ की ओर से आयोजित वर्चुअल शोक-सभा की अध्यक्षता करते हुए, भारत मौरिशस मैत्री संघ के अध्यक्ष डा अनिल सुलभ ने कही। डा सुलभ ने कहा कि १८ नवमबर २०१० को होटेल मौर्य में, मैत्री संघ के तत्त्वावधान में उनका नागरिक अभिनंदन किया गया था। समारोह में बिहार विधान परिषद के तत्कालीन सभापति ताराकांत झा तथा पूर्व मुख्यमंत्री डा जगन्नाथ मिश्र, पूर्व कुलपति डा एस एन पी सिन्हा समेत नगर के अनेक गण्यमान विद्वतजन उपस्थित थे। संगीताचार्य पं श्यामदास मिश्र ने अपने सांस्कृतिक-समूह के साथ, ‘बिहार गौरव गान’ से उनका स्वागत किया था। भोजपुरी फ़िल्म ‘दूल्हा फूंके चूल्हा’ के युवा नायक आकाश कुमार ने उन्हें तथा उनकी पत्नी सरोजनी जगन्नाथ को अपने फ़िल्म की सीडी भेंट की थी। ये सारे दृश्य चल चित्र की भाँति अब तक सजीव बने हुए हैं। डा सुलभ ने कहा कि मौरिशस की पिछली यात्रा में उन्हें स्व जगन्नाथ से आत्मीय भेंट का अवसर मिला। उन्होंने राष्ट्रपति भवन में, अपने परिवार के साथ, सभी प्रोटोकौल को छोड़कर, भारत से गए एक शिष्ट मंडल से भेंट की। न केवल साथ में भोजन किया, अपितु हम सब के साथ भजन भी गाए। सरोजनी जगन्नाथ जी तो तालियाँ बजा-बजाकर भजन में संगति देती रहीं। शोक व्यक्त करने वालों में, पटना विश्व विद्यालय के पूर्व कुलपति डा एस एन पी सिन्हा, संघ के सचिव डी एन ओझा, आकाश कुमार, श्याम किशोर प्रसाद, डा बौबी आर कांत, नृपेंद्र नाथ गुप्त, डा विकास कुमार सिंह, डा नवनीत कुमार, राजीव रंजन प्रसाद, विधूप्रिया के, डा ए के गुप्ता, श्याम सुंदर सिंह, डा अजय शरण आदि के नाम सम्मिलित है।