दिल्ली /प्रियंका भारद्वाज की रिपोर्ट /एम्स में मेडिसिन विभाग के अध्यक्ष और कोविड टास्क फोर्स के चेयरमैन डॉ विज ने रविवार को कहा था की ‘हमें तुरंत ही मेट्रो को शुरू नहीं करना चाहिए, बल्कि प्रयोग के तौर पर एक से दो सप्ताह के लिए 33 से 50 प्रतिशत क्षमता के साथ मेट्रो सेवा की शुरुआत करनी चाहिए. हमें संयम से चलने की जरूरत है. नहीं तो, हालात बेकाबू हो जाएंगे और उसे संभालना हमारे लिए बेहद मुश्किल होगा.’दिल्ली मेट्रो की उपलब्ध ट्रेनों में से केवल आधी ही सोमवार को पांच से पंद्रह मिनट के अंतराल पर संचालित होगी. कोरोना स्थिति में सुधार होने के बाद सात जून से दिल्ली मेट्रो 50 फीसदी क्षमता के साथ चलेगी. दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) ने शनिवार को कहा कि सेवा में ट्रेनों की संख्या को क्रमिक तरीके से बढ़ाया जाएगा.डीएमआरसी ने एक बयान में कहा था कि दिल्ली सरकार द्वारा शनिवार को जारी संशोधित दिशा-निर्देशों के मद्देनजर मेट्रो सेवाएं जनता के वास्ते सात जून से 50 प्रतिशत क्षमता के साथ फिर से शुरू होंगी. अधिकारियों ने बताया कि लोगों को सलाह दी जाती है कि वे अपनी यात्रा के दौरान कोविड-उपयुक्त व्यवहार का अनुपालन सुनिश्चित करने में मेट्रो अधिकारियों के साथ सहयोग करें.डीएमआरसी ने कहा, ‘सामाजिक दूरी और ट्रेनों के भीतर 50प्रतिशत यात्रियों के सफर करना सुनिश्चित करने के वास्ते लोगों को अपने दैनिक आवागमन के लिए अतिरिक्त समय लेने और स्टेशनों के बाहर प्रवेश के लिए अपनी बारी की प्रतीक्षा करते समय भी कोविड उपयुक्त व्यवहार करने की सलाह दी जाती है.’ दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में वृद्धि के मद्देनजर आम आदमी पार्टी की सरकार ने 19 अप्रैल को लॉकडाउन लगाया था और बाद में इसे बढ़ाया जाता रहा.