धीरेन्द्र वर्मा की रिपोर्ट /G -7 समूह के नेताओं ने चीन के वैश्विक अभियान के साथ प्रतिस्पर्धा करने के लिए एक बुनियादी ढांचा योजना का अनावरण किया है. अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने जी-7 शिखर सम्मेलन में लोकतांत्रिक देशों पर बंधुआ मजदूरी प्रथाओं को लेकर चीन के बहिष्कार का दबाव बनाने की योजना तैयार की है.जो बाइडेन ने कहा, जी-7 स्पष्ट रूप से झिंजियांग और हांगकांग में मानवाधिकारों के हनन का आह्वान करने, प्रतिस्पर्धा को कम करने और सौर कृषि और परिधान उद्योगों में जबरन श्रम के खिलाफ गंभीर कार्रवाई करने के लिए चीन की गैर-बाजार नीतियों से निपटने के लिए आम नीति का समन्वय करने के लिए सहमत हुआ.अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने जी-7 शिखर सम्मेलन में लोकतांत्रिक देशों पर बंधुआ मजदूरी प्रथाओं को लेकर चीन के बहिष्कार का दबाव बनाने की योजना तैयार की है. अधिकारियों ने कहा कि बाइडेन चाहते हैं कि जी-7 के नेता उइगर मुसलमानों और अन्य जातीय अल्पसंख्यकों से बंधुआ मजदूरी कराने के खिलाफ एक स्वर में आवाज उठाएं. राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि कोविड-19 महामारी से दुनिया की लड़ाई में मदद ‘‘लगातार एवं लंबे समय तक चलने वाली परियोजना’ है. बाइडेन ने रविवार को कहा कि जी-7 समूह के शिखर सम्मेलन में शामिल होने आए नेताओं के बीच ‘ स्पष्ट रूप से सहमति’ है कि टीके की खुराक दान करने की उनकी प्रतिबद्धता खत्म नहीं होगी.ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने इस सम्मेलन की मेजबानी की और रविवार को जी-7 समूह ने गरीब देशों को कोविड-19 टीके की एक अरब खुराक दान करने का वचन दिया.राष्ट्रपति पद संभालने के पांच महीने के भीतर बाइडेन की यह पहली विदेश यात्रा है. जी-7 शिखर सम्मेलन संपन्न होने के बाद बाइडन लंदन जाएंगे जहां वह अपराह्न ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय से मुलाकात करेंगे. बाइडन के साथ अमेरिका की प्रथम महिला जील बाइडन भी मौजूद होंगी. बाइडन बेल्जियम की राजधानी ब्रुसेल्स जाएंगे, जहां वह उत्तर अटलांटिक संधि संगठन नाटो की बैठक में हिस्सा लेंगे. बाइडन स्विट्ज़रलैंड के जिनेवा में बुधवार को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ मुलाकात करेंगे.