कौशलेन्द्र पाराशर की रिपोर्ट / सप्तम अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर लाल किला पर योग करने के बाद मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल ने कहा कि 2014 से तीन साल तक दुनिया ने योग की भव्यता को देखा है. यह धरती योग की है. इसलिए इसकी भव्यता पर कोई संदेह नहीं है. फिर भी महामारी के दौर में एहतियात रखनी पड़ेगी. उन्होंने आम लोगों से आग्रह किया कि योग एक ब्रह्मास्त्र है, सावधानी के साथ ही करें. बता दें, योग दिवस पर 75 स्मारकों और ऐतिहासिक स्थानों पर योग कार्यक्रम आयोजित किया गया. मंत्रालय ने इनमें से 30 जगहों पर आयोजित कार्यक्रम को सोशल मीडिया पर लाइव किया.अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर केंद्रीय संस्कृति मंत्री प्रह्लाद पटेल ने लाल किले के प्रांगण में योग किया. कोरोना की वजह से मंत्रालय के केवल 20 अधिकारियों ने ही उनके साथ कार्यक्रम में भाग लिया.योग करने के बाद प्रह्लाद पटेल ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी का नारा वेलनेस और योग समसामयिक है.परमाद से परमात्र की ओर जाना देश के लिए नहीं, पूरी दुनिया के लिए है. उन्होंने युवाओं से योग को अपनाने की अपील भी की. उन्होंने कहा कि योग वर्तमान में भी मदद करेगा और भविष्य में ऊर्जा का संचार करेगा. दिनचर्या में योग को शामिल करें, इससे ऊर्जा मिलेगी.