कौशलेन्द्र पाराशर दिल्ली से/ भारत की स्वदेशी वैक्सीन ने दिखाया दम,कोवैक्सीन के तीसरे फेज के ट्रायल के नतीजों की जानकारी मंगलवार को सामने आई है. सूत्रों के हवाले से जानकारी मिली है कि DGCI की सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी की समीक्षा में कोवैक्सीन का तीसरे फेज में 77.8 फीसदी एफिकेसी रेट सामने आया है. फेज 3 ट्रायल के डाटा को कमेटी ने मंजूरी दे दी है. फेज थ्री ट्रायल 25,800 लोगों पर हुआ था. इस रिव्यू ये देखा गया था कि ये वैक्सीन कोरोना होने पर कितना बचाव करती है. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भारत बायोटेक की कोविड वैक्सीन कोवैक्सीन के लिए रुचि की अभिव्यक्ति (ईओआई) प्रस्ताव को स्वीकार लिया है और टीके को मंजूरी के संबंध में दस्तावेज सौंपे जाने के पहले 23 जून को डब्ल्यूएचओ के साथ बैठक होगी. विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के मुताबिक इस बैठक में उत्पाद की विस्तृत समीक्षा नहीं की जाएगी लेकिन टीका निर्माता के पास टीके की गुणवत्ता को लेकर एक संक्षिप्त विवरण पेश करने का अवसर होगा.भारत बायोटेक ने पिछले महीने कहा था कि उसे अपने टीके कोवैक्सीन के आपात इस्तेमाल के लिए डब्ल्यूएचओ से जुलाई-सितंबर तक मंजूरी मिल जाने की उम्मीद है. डब्ल्यूएचओ के दिशा-निर्देश के मुताबिक आपात इस्तेमाल सूचीबद्ध (ईयूएल) ऐसी प्रक्रिया है जिसके तहत लोक स्वास्थ्य संकट के समय नए या गैर लाइसेंस प्राप्त उत्पादों के इस्तेमाल की मंजूरी दी जाती है.भारत-बायोटेक अब अपनी वैक्सीन प्रोडक्शन बढ़ाने में लगी है. इस साल की आखिरी तिमाही तक कंपनी हर साल 100 करोड़ डोज के हिसाब से उत्पादन बढ़ाने पर काम कर रही है. हाल में जानकारी आई थी कि कंपनी गुजरात के अंकलेश्वर स्थित चिरोन बेहरिंग वैक्सीन प्राइवेट लिमिटेड में भी 20 करोड़ डोज बनाएगी. ये भारत बायोटेक के स्वामित्व वाली कंपनी है.इससे पहले केंद्र सरकार की तरफ से घोषणा की गई थी कि स्वदेशी वैक्सीन कोवैक्सीन का उत्पादन मई-जून महीने में दोगुना कर दिया जाएगा. प्रोडक्शन को तेजी से बढ़ाया जा रहा है. सितंबर महीने तक हर महीने दस करोड़ वैक्सीन डोज का उत्पादन होने लगेगा. केंद्रीय विज्ञान और तकनीक मंत्रालय द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक आत्मनिर्भर भारत मिशन 3.0 के तहत स्वदेशी वैक्सीन्स को बढ़ावा दिया जाएगा.