राजीव रोहित मुंबई से .नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल की मुंबई बेंच ने जेट एयरवेज के लिए कालरॉक कैपिटल और मुरारी लाल जालान के रेजोल्यूशन प्लान को मंजूरी दे दी है. सफल बोलीदाताओं को 90 दिनों के भीतर संबंधित अधिकारियों से आवश्यक मंजूरी प्राप्त करने के लिए कहा गया है.न्यायिक सदस्य जनाब मोहम्मद अजमल और वी नलसेनपति की अध्यक्षता वाली पीठ ने सफल समाधान आवेदक, ऋणदाताओं, डीजीसीए और अन्य सहित सभी पक्षों को सुनने के बाद अपना आदेश सुरक्षित रख लिया था.कलरॉक कैपिटल और मुरारी लाल जालान के कंसोर्टियम की बोली को लेनदारों की समिति ने पिछले साल अक्टूबर में मंजूरी दी थी. इन दोनों को एयरलाइन चलाने का कोई पूर्व अनुभव नहीं है. जबकि कलरॉक यूके स्थित एसेट मैनेजमेंट कंपनी है, मुरारी लाल जालान एक उद्यमी है जो यूएई से बाहर हैं. समाधान योजना के अनुसार, सफल बोलीदाता ने कंपनी के पुनरुद्धार के लिए कुल 1,375 करोड़ रुपये के नकदी प्रवाह का प्रस्ताव रखा है.पुनरुद्धार योजना में एनसीएलटी द्वारा प्लान के अप्रूवल से छह महीने के भीतर 30 विमानों के साथ परिचालन शुरू करने का प्रस्ताव है.कपनी का कामकाज बंद होने के बाद उसके स्लॉट दूसरे एरलाइंस को दे दिए गए थे. बैंकरूपीटीसी कोर्ट में हाल में दाखिल किए गए हलफनामे में एमसीए और DGCA ने कहा था कि स्लॉट मांगने के लिए जेट एयरवेज इतिहास का हवाला नहीं दे सकती है. सरकार और DGCA ने कहा था कि स्लॉट का आवंटन इसके लिए निर्धारित नियमों और गाइडलाइंस के मुताबिक ही होगा. बिजनेस स्टैंडर्ड की एक दूसरी रिपोर्ट में कहा गया है कि करीब 30 एयरपोर्ट्स ने जेट एयरवेज के लिए 170 जोड़े स्लॉट्स की उपलब्धता का आश्वासन दिया है.नए एयरक्राफ्ट के लिए एयरबस और बोइंग से बातचीत जारी एयरलाइन कंपनी नए एयरक्राफ्ट के लिए बोइंग और एयरबस जैसी बड़ी कंपनियों से बातचीत कर रही है. दरअसल, जेट एयरवेज की योजना सभी 11 एयरक्राफ्ट को फ्लीट से रिटायर करने की है. इसकी जगह नए फ्यूल क्षमता वाले एयरक्राफ्ट को लीज पर लेने की तैयारी है.