कौशलेन्द्र पाराशर की विशेष रिपोर्ट. विपक्ष के नेता तेजस्वी ज्यादा ने ट्वीट कर किया सवाल , विजय चौधरी की आई सफाई -कहा एसटीईटी मामले पर शिक्षा मंत्री विजय चौधरी का बयान
एक कंफ्यूजन छात्रों में व्याप्त हैं.Qualified not in merit list से थोड़ा भ्रम हुआ है.हमलोग ncte को फॉलो करते हैं.Ncte के नए फैसले से नए हालात पैदा हुए हैं.2011 में stet पास अभ्यर्थी भी नियोजन के हक़दार हो गए हैं।Qualified not in merit लिस्ट वाले छात्र परेशान न हो.उनके लिए बहुत जल्द निर्णय ले रहे हैं.निर्णय इन छात्रों के पक्ष में ही जाएगा,सरकार इनके हित में फैसला लेने जा रही है.21 जून को आए नतीजों से संसय के हालात पैदा हुए हैं. वहीं दूसरी तरफ बिहार के शिक्षाविद और नेता हमलावर हो गए. बिहार के हजारों लोगों की जिंदगी संवारने वाले गुरु रहमान भी बिहार बोर्ड के कथनी और करनी से नाराज हैं .रहमान सर ने कहा शिक्षा मंत्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था जो सफल अभ्यर्थी हैं उनकी नियुक्ति होगी. फिर इस तरह का गोलमाल क्यों .रहमान सर ने सवाल उठाया जिन 12 विषय का रिजल्ट पूर्व में जारी किया था उसमें विषय वार सफल छात्रों की संख्या क्यों नहीं दी थी . उसमें सिर्फ रिक्तिया बताई गई थी. देश का कोई परीक्षा समिति या बोर्ड रिजल्ट के बाद कट ऑफ जारी करती है. आरक्षण के नियमों का पालन करती है. इसके बाद ही मेधा सूची जारी होती है. फिर बिहार बोर्ड ने ऐसा क्यों नहीं किया. यहां बिना कटऑफ का सीधा मेधा सूची कैसे बना दिया गया. हो सकता है इसमें कुछ लोगों को लाभ पहुंचाने के लिए बीच में डाल दिया गया होगा. इसका भी जांच होना चाहिए. बिहार बोर्ड और बिहार बोर्ड बिहार की परीक्षाओं पहले से सवाल वाले रहे हैं. पटना सचिवालय के बाहर अभ्यर्थियों का जबरदस्त हंगामा जारी है. इस दौरान अभ्यर्थियों ने पूरी सड़क को जाम कर दिया है. दरअसल वे सभी स्टेट के रिजल्ट को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. उनका कहना है की अभ्यर्थियों की परीक्षा ली गई और वे पास भी हो गए. लेकिन मेरिट लिस्ट में से उनके नाम हटा दिए गए. लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने गंभीर ट्वीट करते हुए सरकार से पूछा क्वालीफाई छात्र कैसे बेरोजगार हो गए.