सियाराम मिश्रा, वरिष्ठ संपादक /पीएम ने ‘मन की बात’ में कहा, मुझे नैनीताल से परितोष ने लिखा है कि, उन्हें गिलोय और दूसरी कई वनस्पतियों के इतने चमत्कारी मेडिकल गुणों के बारे में कोरोना आने के बाद ही पता चला. उन्होंने कहा कि लोगों के आसपास ही कई औषधीय वनस्पतियां मौजूद हैं लेकिन उन्हें पता ही नहीं है. जिसे बारे में उन्हें जानने की जरूरत है. इसी तरह मध्य प्रदेश के सतना के एक साथी हैं श्रीमान रामलोटन कुशवाहा जी, उन्होंने बहुत ही सराहनीय काम किया है. रामलोटन जी ने अपने खेत में एक देशी म्यूज़ियम बनाया है. इस म्यूज़ियम में उन्होंने सैकड़ों औषधीय पौधों और बीजों का संग्रह किया है.पीएम ने कहा, हमारे देश में कई लोग ऐसे भी हैं जो डॉक्टर्स की मदद के लिए आगे बढ़कर काम करते हैं. श्रीनगर से एक ऐसे ही प्रयास के बारे में मुझे पता चला. यहां डल झील में एक बोट एंबुलेंस सर्विस की शुरुआत की गई. इस सेवा को श्रीनगर के ताकिर अहमद जी ने शुरू किया, जो एक हाउस बोट ओनर हैं. उन्होंने खुद भी कोविड-19 से जंग लड़ी है और इसी ने उन्हें एंबुलेंस सर्विस शुरू करने के लिए प्रेरित किया.पीएम ने कहा, अब से कुछ दिनों बाद 1 जुलाई को हम नेशनल डॉक्टर्स डे मनाएंगे. यह दिन देश के महान चिकित्सक डॉक्टर बीसी राय की जन्म जयंती को समर्पित है. कोरोना काल में डॉक्टरों के योगदान के हम सब आभारी हैं. हमारे डॉक्टरों से अपनी जान की परवाह न करते हुए हमारी सेवा की है. इसलिए इस बार नेशनल डॉक्टर्स डे और भी खास हो जाता है.प्रधानमंत्री ने कहा, कभी न कभी, ये विश्व के लिए केस स्टडी का विषय बनेगा कि भारत के गांव के लोगों ने हमारे वनवास-आदिवासी भाई बहनों ने इस कोरोना काल में किस तरह अपने सूझबूझ का परिचय दिया. गांव के लोगों ने क्वारंटाइन सेंटर बनाए, स्थानीय जरूरतों को देखते हुए कोविड प्रोटोकॉल बनाए. गांव के लोगों ने किसी को भूखा नहीं सोन दिया, खेती का काम भी रुकने नहीं दिया.मध्य प्रदेश के एक ग्रामीण से बात करते हुए प्रधानमंत्री ने लोगों के मन से वैक्सीन का डर भगाने की कोशिश की. पीएम मोदी ने फोन पर ग्रामीण राजेश हिरावे से बात की और वॉट्सऐप पर वैक्सीन को लेकर कई तरह के संदेश आ रहे जिसके कारण गांव के लोग वैक्सीन नहीं लगवा रहे हैं. इसपर पीएम मोदी ने अपना और अपनी मां का अनुभव बताया और कहा कि वैक्सीन से डरने की कोई जरूरत नहीं है.पीएम ने कहा, कोरोना के खिलाफ हम देशवासियों की लड़ाई जारी है, लेकिन इन लड़ाई में हम सब साथ मिलकर कई असाधारण मुकाम भी हासिल कर रहे हैं. अभी कुछ दिन पहले ही हमारे देश ने एक अभूतपूर्व काम किया है. 21 जून को वैक्सीन अभियान के अगले चरण की शुरुआत हुई और उसी दिन देश ने 86 लाख से ज्यादा लोगों को मुफ्त वैक्सीन लगाने का रिकॉड भी बना दिया और वो भी एक दिन में.पीएम ने कहा सोशल मीडिया पर #cheer4India के साथ अपने इन खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दे सकते हैं. कुछ और भी इनोवेशन करना चाहें तो वो भी जरूर करें. अगर आपको कोई ऐसा आइडिया आता है तो हमारे खिलाड़ियों के लिए देश को मिलकर करना चाहिए, तो वो आप मुझे जरूर भेजिएगा. हम सब मिलकर टोक्यो जाने वाले अपने खिलाड़ियों को सपोर्ट करें.पीएम ने कहा, टैलेंट, डेटिकेशन और डिटरमिनेशन एक साथ मिलते हैं तब जाकर कोई चैंपियन बनता है. हमारे देश में अधिकांश खिलाड़ी छोट-छोटे शहरों, कस्बों, गांवों से निकल कर आते हैं. टोक्यो जा रहे हमारे ओलंपिक दल में भी कई ऐसे खिलाड़ी शामिल हैं.पीएम ने कहा कि कोरोना ने मिल्खा सिंह को हमने छीन लिया. उन्होंने कहा कि मैंने उनसे बात की थी. उन्होंने कहा था कि मैंओलंपिक खिलाड़ियों को मनोबल बढ़ाने के लिए तैयार हूं.