कौशलेन्द्र पाराशर की रिपोर्ट /. कोरोना मैनेजमेंट के मामले केंद्र सरकार ने SC में हलफनामा दाखिल कर कहा है कि दिसंबर 2021 तक हर व्यक्ति को कोरोना की वैक्सीन लगाने का लक्ष्य है. अपनी वैक्सीन नीति का बचाव करते हुए केंद्र ने कहा है कि राज्यों की आग्रह पर ही उन्हें सीधे कंपनियों से वैक्सीन खरीदने का मौका दिया गया था. सुप्रीम कोर्ट ने स्वत संज्ञान लेते हुए सरकार से पूछा था कि कोरोना के रोकथाम के लिए सरकार क्या कदम उठा रही है. इसके जवाब में आज केंद्र सरकार ने अपने हलफनामे में कहा है कि कोरोना के हालात लगातार बदल रहे हैं और सरकार हालात के मुताबिक स्ट्रेटजी बना कर काम कर रही है.केंद्र ने कहा कि सरकार का टारगेट है कि दिसंबर 2021 तक हर व्यक्ति को कोरोना वैक्सीन लग जाए. सरकार के मुताबिक 18 साल से ऊपर के लगभग 93-94 करोड़ लोग हैं जिनको वैक्सीन दी जाएगी. इसके लिए 186 से 188 करोड़ वैक्सीन डोज की जरूरत होगी. केंद्र सरकार ने हलफ़नामे में कहा कि इतिहास में सबसे बड़ी टीकाकरण अभियान पूरे जोरों पर चल रहा है और देश के रिमोट एरिया तक भी पहुंच रही है.केंद्र सरकार द्वारा मुफ्त में लगाया जा रहा है 75% टीकाकेंद्र सरकार ने कहा टीकाकरण तक पहुंचने के लिए डिजिटल विभाजन कोई बाधा नहीं है. हलफनामे में कहा गया है कि देश के 74 फीसदी टीका केंद्र ग्रामीण इलाकों में हैं. केंद्र सरकार के हलफनामे में कहा गया है कि 75 फीसदी टीका भारत सरकार द्वारा मुफ्त में लगाया जा रहा है, जबकि 25% टीका ही प्राइवेट अस्पताल में उपलब्ध होगा. कोरोना की तीसरी लहर की आशंका पर जवाब देते हुए केंद्र द्वारा कहा गया है.वैक्सीन की उपलब्धता के बारे में जानकारी देते हुए केंद्र सरकार ने हलफनामे में बताया अगस्त से दिसंबर 2021 तक देश 135 करोड़ वैक्सीन उपलब्ध होगी, जिसमें कोविडशील्ड की 50 करोड़ डोज, कोवैक्सीन की 40 करोड़ डोज, बॉयोलोजिकल E की 30 करोड़, cadila 5 की करोड़, स्पुतनिक वि की 30 करोड़ वैक्सीन डोज उपलब्ध होंगे.कोरोना की तीसरी लहर का बच्चों पर प्रभाव पड़ेगा इन बातों को ध्यान में रखते हुए क्या तैयारियां की जा रही है इस पर केंद्र सरकार ने कहा कि भविष्य में कोरोना महामारी से बच्चों को बचाने के लिए भारत बायोटेक की वैक्सीन कोवैक्सीन का 2 से 18 साल के बच्चों पर क्लिनिकल ट्रायल शुरू हो गया है. इसके साथ ही ज़्याड़ूस Cadila वैक्सीन का 12 से 18 वर्ष के बच्चों पर क्लिनिकल ट्रायल पूरा हो गया है. भविष्य में यह वैक्सीन 12 से 18 बच्चों के लिए उपलब्ध होगी.