कौशलेन्द्र पाराशर की रिपोर्ट /हालांकि इस पर अंतिम निर्णय आपदा प्रबंधन समूह की बैठक में लगेगी लेकिन सूत्रों के हवाले से टीकाकरण की रफ्तार तेज है और सरकार स्कूल खोलने की तैयारी भी तेज कर दी है. डेढ़ साल से स्कूल-कॉलेज और कोचिंग संस्थान बंद हैं. कोरोनावायरस की दूसरी लहर के कारण बीते 19 अप्रैल से राज्य के शिक्षण संस्थान बंद पड़े हैं. अब कोरोनावायरस संक्रमण की रफ्तार थमने के बाद शिक्षा विभाग ने अब शिक्षण संस्थाओं को खेलने की तैयारी शुरू कर दी है. कोविड प्रोटोकाल के तहत सुरक्षा मानकों का पालन कराते हुए शिक्षण संस्थानों को समयबद्ध तरीके से खोला जाएगा। इसकी शुरुआत छह जुलाई से हो जाएगी.आज इस बीच बिहार में अनलॉक से जुड़ी यह आज की सबसे बड़ी खबर आ रही है. आगामी छह जुलाई से बिहार में स्कूल-कालेज खुलने आरंभ हो जाएं.पहले चरण में कालेज और विश्वविद्यालय खोले जाएंगे तो दूसरे चरण में विद्यालयों में 11वीं और 12वीं की कक्षाओं के साथ कोचिंग संस्थान खुलेंगे. तीसरे चरण में मध्य व प्राथमिक विद्यालय खुलेंगे. शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि शिक्षण संस्थान धीरे-धीरे चरणवार खोले जाएंगे. सबसे पहले छह जुलाई को कालेज व विश्वविद्यालय खुलेंगे. विद्यालयों में 12वीं से नौवीं तक की कक्षाएं दूसरे चरण में खोली जाएगी. साथ में कोचिंग संस्थान भी खुल जाएंगे. माना जा रहा है कि पहले चरण के कम-से-कम एक सप्ताह बाद दूसरे चरण की घोषणा की जा सकती है. अगर सबकुछ ठीक रहा तो उसके एक सप्ताह और बाद तीसरे चरण के तहत आठवीं और नीचे की कक्षाएं खोल दी जाएंगी.शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने बताया कि ऑनलाइन कक्षाएं भी संचालित होती रहेंगी. ऑफलाइन कक्षाएं 50 फीसद विद्यार्थियों के साथ ही संचालित होंगी. विद्यार्थी अल्टरनेट दिन बुलाए जाएंगे. केवल वहीं विद्यार्थी ऑफलाइन कक्षाओं में शामिल हो सकेंगे, जिनके अभिभावक इसकी अनुमति देंगे.कि सरकार शिक्षा को लेकर गंभीर तो है लेकिन विद्यार्थियों की सुरक्षा से भी समझौता करने के मूड में नहीं है. कोरोनावायरस संक्रमण से बचाव की गाइडलाइन के तहत शर्तों के अधीन ही शिक्षण संस्थान खोले जाएंगे. इसके तहत मास्क लगाना व सैनिटाइजर का उपयोग अनिवार्य रहेगा.नियमित अंतराल पर शिक्षण संस्थान के पूरे परिसर को सैनिटाइज कराना होगा. शिक्षण संस्थानों टीकाकरण केंद्र के रूप में भी काम करेंगे.