कौशलेन्द्र पाराशर / प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को नेशनल डॉक्टर्स डे के अवसर पर देश के चिकित्सा जगत से जुड़े लोगों को संबोधित करेंगे. भारतीय चिकित्सा संघ इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. हर साल एक जुलाई को देश भर में नेशनल डॉक्टर्स डे मनाया जाता है. इसी दिन देश के महान चिकित्सक और पश्चिम बंगाल के दूसरे मुख्यमंत्री डॉक्टर बिधानचंद्र रॉय का जन्मदिन और पुण्यतिथि होती है. यह दिन उन्हीं की याद में मनाया जाता है.प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर कहा, ‘कोविड के खिलाफ लड़ाई में भारत को अपने सभी चिकित्सकों के प्रयासों पर गर्व है. एक जुलाई को नेशनल डॉक्टर्स डे मनाया जाता है. कल तीन बजे भारतीय चिकित्सा संघ द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में चिकित्सक समुदाय को संबोधित करूंगा.’ चिकित्सक समुदाय ने कोविड महामारी से लड़ाई में अहम भूमिका निभाई है और इस समय भी डॅाक्टर अपनी जान की परवाह किए बगैर देश सेवा में लगे हुए हैं. प्रधानमंत्री अक्सर अपने संबोधनों में इसके लिए चिकित्सकों और अग्रिम मोर्चे पर काम करने वाले अन्य लोगों की सराहना करते रहे हैं.रविवार को हुए मन की बात कार्यक्रम में पीएम मोदी ने डॉक्टर रॉय को याद किया था. उन्होंने कहा था, ‘एक जुलाई को हम नेशनल डॉक्टर्स डे मनाएंगे. हमें हमारे डॉक्टर को सम्मान देना चाहिए, जिन्होंने यह सुनिश्चित किया कि कोविड की वजह से आई चुनौतियों के सामने भारत नहीं झुकेगा.’ भारत सरकार ने साल 1991 में डॉक्टर रॉय के योगदानों के सम्मान में चिकित्सक दिवस की शुरुआत की थी.प्रधानमंत्री मोदी ने बुधवार को केंद्रीय मंत्रिपरिषद के अपने सहयोगियों को देश में ऐसा माहौल बनाने को कहा कि जहां हर कोई सख्ती से कोविड दिशानिर्देशों का पालन करे और टीकाकरण कराए ताकि महामारी की तीसरी लहर को रोका जा सके. केंद्रीय मंत्रिपरिषद की बैठक की अध्यक्षता करते हुए प्रधानमंत्री ने देश में कोविड की स्थिति की समीक्षा की और टीकाकरण अभियान पर विचार-विमर्श किया और साथ ही मंत्रियों को बताया कि महामारी अभी समाप्त नहीं हुई है इसलिए युद्धस्तर पर टीकाकरण होते रहना चाहिए.