प्रियंका भारद्वाज की रिपोर्ट / जर्मनी ने भारत समेत कई देशों के यात्रियों पर लगाई पाबंदियों को हटा लिया है. देश की सरकारी एजेंसी ने सोमवार को भारत को ‘हाई-इंसीडेंस एरियाज’ वर्ग में शामिल किया है, जिसके तहत भारतीय यात्रियों को जर्मनी में प्रवेश की अनुमति होगी. जर्मनी ने कोरोना वायरस को देखकर यह रोक लगाई थी. दुबई ने भी भारतीय यात्रियों पर लगाई पाबंदियों में ढील दी है. खबर है कि नए वेरिएंट्स पर वैक्सीन के प्रभावी होने के चलते यह फैसला लिया गया है.सरकारी एजेंसी रॉबर्ट कोच इंस्टीट्यूट ने कहा कि भारत, नेपाल, रूस, पुर्तगाल और ब्रिटेन को ‘हाई-इंसीडेंस एरियाज’ में रखा गया है. पहले इन देशों का नाम ‘एरियाज ऑफ वेरिएंट कंसर्न’ में शामिल था. यात्री वर्ग में हुए इस बदलाव के बाद गैर-जर्मन भी देश में आसानी से यात्रा कर पाएंगे. ‘हाई-इंसीडेंस एरियाज’ वर्ग में शामिल देशों के यात्रियों को जर्मनी पहुंचने पर टेस्ट कराना होगा. साथ ही 10 दिनों के लिए क्वारंटीन रहना होगा. अगर जांच के नतीजे नेगेटिव आते हैं, तो क्वारंटीन के समय को घटाकर 5 दिन कर दिया जाएगा.जर्मनी अपने नागरिकों को ही कोरोना के नए वेरिएंट से प्रभावित देशों से अनुमति दे रहा था. इन यात्रियों को वैक्सीन प्राप्त करने के बाद भी दो हफ्तों के लिए क्वारंटीन रहना अनिवार्य था. जर्मनी की तरफ से हटाई गई पाबंदियां और नए नियम आगामी बुधवार से लागू हो जाएंगे. अगर ‘हाई-इंसीडेंस एरियाज’ से आने वाले यात्री टीका लगवा चुके हैं, तो उन्हें क्वारंटीन से भी छूट मिलेगी.संयुक्त अरब अमीरात में मंजूरी प्राप्त कोविड-19 वैक्सीन लगवा चुके भारतीय यात्री दुबई में एंट्री ले सकते हैं. देश में सिनोफार्म, फाइजर-बायोएनटेक, स्पूतनिक और ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका वैक्सीन को अनुमति मिल चुकी है. नए नियमों के अनुसार, दुबई के लिए भारत से निकलने से चार घंटे पहले यात्रियों को पीसीआर टेस्ट कराना होगा. इसके बाद दुबई पहुंचने पर भी टेस्ट से गुजरना होगा. जांच के नतीजे आने तक यात्रियों को क्वारंटीन रहना होगा.