प्रियंका भारद्वाज की रिपोर्ट /स्टेट बैंक के नेतृत्व में बैंकों के एक कंसोर्टियम ने किंगफिशर एयरलाइंस के शेयर्स बेच कर 792.11 करोड़ रुपए की वसूली की है. यह जानकारी शुक्रवार को प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी ने दी. विजय माल्या केस में ये शेयर ईडी ने कंसोर्टियम को सौंपे थे. इससे पहले इसी कंसोर्टियम ने ईडी द्वारा सौंपी गई प्रॉपर्टी की लिक्विडिटी के जरिए 7,181.50 करोड़ रुपये की वसूली की थी. नीरव मोदी मामले में भगोड़ा आर्थिक अपराध न्यायालय की तरफ से बैंकों को 1,060 करोड़ रुपए की संपत्ति की अनुमति दी गई है और ईडी ने भगोड़े आर्थिक अपराधी अधिनियम के प्रावधानों के तहत 329.67 करोड़ रुपये जब्त किए हैं.ईडी ने कंसोर्टियम को सौंपी है 3,728.64 करोड़ रुपये की संपत्ति 1 जुलाई को, नीरव मोदी की बहन पूर्वी मोदी ने अपने विदेशी बैंक अकाउंट से 17.25 करोड़ रुपए ईडी को ट्रांसफर किए थे. निदेशालय ने SBI के नेतृत्व वाले कंसोर्टियम को 3,728.64 करोड़ रुपए की संपत्ति सौंपी है, जिसमें 3,644.74 करोड़ रुपए के शेयर, 54.33 करोड़ रुपये का डिमांड ड्राफ्ट और 29.57 करोड़ रुपये की अचल संपत्तियां शामिल हैं. विजय माल्या, मेहुल चौकसी और नीरव मोदी की 9,371 करोड़ की जब्त संपत्ति बैंकों को हुई ट्रांसफर हुई.ED ने पब्लिक सेक्टर के बैंकों को 12,762.25 करोड़ रुपए की प्रॉपर्टी ट्रांसफर की, “विजय माल्या, नीरव मोदी और मेहुल चोकसी ने पब्लिक सेक्टर्स के बैंकों को अपनी कंपनियों के जरिए पैसे की हेराफेरी करके धोखा दिया है, जिस वजह से बैंकों को कुल 22,585.83 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. अब तक ED ने पब्लिक सेक्टर के बैंकों को 12,762.25 करोड़ रुपए की प्रॉपर्टी ट्रांसफर की है और 329.67 करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी जब्त की है. निदेशालय ने पूर्वी मोदी से 17.25 करोड़ रुपये की वसूली भी की थी.बैंकों को कुल नुकसान के 58 प्रतिशत कीमत के असेट्स उन्हें सौंप दिए गए हैं या सरकार ने जब्त कर ली है. इड ने कहा, “यहां ये बता दिया जाए कि इड ने (धन शोधन निवारण अधिनियम) के प्रावधान के तहत 18,217.27 करोड़ रुपए की संपत्ति कुर्क या जब्त की है.