सियाराम मिश्रा की रिपोर्ट । पहाड़ी इलाकों के साथ ही मैदानी क्षेत्रों में हो रही बारिश से घाघरा का जलस्तर दो दिनों से तेजी से चढ़ने लगा है। महुला गढ़वल बांध के उत्तर नदी के तटवर्ती इलाकों के कई गांवों में पानी धीरे- धीरे फैलने लगा है। नदी के मुहाने पर आए दो गांवों में मकानों के कटने का खतरा बढ़ गया है।पांच मकान पहले ही कट चुके हैं, इतने ही मकान कटान की जद में पूरी तरह से आ गए हैं। बाढ़ से निपटने के लिए प्रशासनिक स्तर पर किए गए दावे पूरी तरह से नाकाफी साबित हो रहे हैं। पिछले शनिवार से लगातार घट रही सरयू नदी में बुधवार से एकाएक तेजी से इजाफा होने लगा है। पहाड़ी इलाकों के साथ साथ मैदानी क्षेत्रों में प्रतिदिन हो रही बरसात के कारण हो रहा है। गुरुवार को मात्र 12 घंटे में 20 सेंटीमीटर नदी का जलस्तर बढ़ने से देवारा के लोगों की धड़कनें तेज हो गई है। बुधवार और गुरुवार को दो दिनों में ही जल स्तर के लगभग 45 सेंटीमीटर बढ़ जाने से निचले हिस्से में बसे आधे दर्जन गांव में पानी फैलने लगा है।पानी बढ़ने से कई मार्ग पूरी तरह से जलमग्न हो गए हैं। आवागमन के लिए लोग नाव का सहारा ले रहे हैं। नदी के मुहाने पर पहुंच चुके बगहवा के 40 घर कटान की जद में आ चुके हैं। पांच घर पहले ही कट गए थे। इस पुरवा के पांच घर किसी भी समय नदी की धारा में समाहित हो सकते हैं। जिससे गांव के लोगों में काफी चिंता है। झगरहवा में भी कटान शुरू हो गई है । वासु का पूरा, देवारा खासराजा, सोनौरा, हैदराबाद, कुदही, बुढनपट्टी, बांका जैसे लगभग 80 गांव जल्द ही नदी की चपेट में आ जाएंगे।पखवारे पूर्व आई बाढ़ में कुडवा रिंग बाध कटने लगा था, उसकी कटान अब तक लगातार चल रही है। इसके रोकने के कोई उपाय नहीं हो रहे हैं। इस रिंग बंधे के अंदर की जमीन भी अब धीरे- धीरे कटने लगी है। देवारा खास राजा और बगहवा का पूरा, वासुकापूरा में भी जल स्तर बढ़ने के साथ कटान शुरू हो गई है। शासन द्वारा बांध की सुरक्षा के लिए गागेपुर परसिया के पास बनाए जा रहे ठोकरों की सुरक्षा के लिए रखे गए लाखों के पत्थर भी नदी की धारा में बह रहे हैं । दो दिनों में जिस तरह से घाघरा के जलस्तर में वृद्धि हो रही है यदि जल स्तर ऐसे ही बढ़ता रहा तो शीघ्र ही नदी खतरे के निशान तक पहुंच जाएगी। वहीं प्रशासन द्वारा बाढ़ से निपटने के लिए पर्याप्त संख्या में नाव की तैनाती, बंदे की दस चौकियों को सक्रिय रखने, राजस्व टीम को पूरी तरह से बाढ क्षेत्र में लगाने का दावा किया जा रहा है।