सियाराम मिश्रा की रिपोर्ट /भारत विकास परिषद् शिवा शाखा व 95 बटालियन सी.आर.पी.एफ.वाराणसी द्वारा मुमुक्षु भवन परिसर में वृहद वृक्षारोपण.शिव नगरी काशी के केदारखंड में स्थित मुमुक्षु भवन अस्सी, गृहस्थ, व साधु संन्यासियों की मोक्ष प्राप्ति का आश्रय स्थल है, जहां जन्म मृत्यु के बंधन से मुक्त होकर परिसर के मंदिर में सभी भजन कीर्तन करते हैं। मृत्यु से इन्हें डर नहीं लगता है। मुमुक्षु भवन परिसर प्राकृतिक वातावरण में फुलवारी, लॉन, यज्ञशाला, वेद वेदांत महाविद्यालय, मठ, मंदिर आदि की फुलवारी हरा-भरा है,फिर भी मोक्ष की प्रतीक्षा में रत यहां के सभी निवासियों के चेहरे पर खिली मुस्कान देखने के लिए प्रबंधक श्री काबरा जी, व भारत विकास परिषद् शिवा शाखा की अध्यक्षा श्रीमती अर्चना अग्रवाल के सहयोग से काशी प्रांत के पर्यावरण प्रकल्प प्रमुख श्री मदन राम चौरसिया ने खूबसूरत , व सुगंधित,फूलों वाले 15 विशिष्ट पौधों की प्रजातियों के कुल 301 पौधे रोपित किए गए। 25 जुलाई को श्रावण मास की प्रथम तिथि पर भारत विकास परिषद् के राष्ट्रीय पर्यावरण मंत्री श्री प्रमोद कुमार त्रिपाठी जी द्वारा रुद्राक्ष पौधे का रोपण करके शुभारंभ किया गया। काशी , पर्यावरणविद प्रो. कविता शाह जी ने सफेद मैग्नोलिया , गंगा हरितिमा के ब्रांड एंबेसडर श्री अनिल सिंह , के नाम पर प्रवीण सिंह, ने रेड प्लूमेरिया, प्रबंधक श्री के.के. काबरा ने टबेबिया या पिंक ट्रंपेट ट्री,शिवा शाखा की अध्यक्षा अर्चना अग्रवाल ने स्वर्ण चंपा, पर्यावरण प्रकल्प प्रमुख मदन राम चौरसिया ने सीता अशोक, श्री सुरेश कुमार मिश्रा द्वितीय कमान अधिकारी ने मोलश्री, श्री महेंद्र कुमार मिश्रा उप कमांडेंट ने स्वर्ण चंपा के पौधे यज्ञशाला व मुख्य फुलवारी में रोपित किए। इसके अतिरिक्त 95 बटालियन केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के जवानों, शिवा शाखा के सदस्यगण व साधु सन्यासी सभी एक एक पौधे गुड़हल हाइब्रिड, यूफोरबिया, मुसेंडा, अलमांडा, गंधराज, सावनी रेड, पर्पल, सफेद, पिंक कलर, एक्सोरा रेड, पिंक प्लूमेरिया, टेकोमा, स्वर्ण चंपा, सदा बहार, बर्ड ऑफ पैराडाइज, हेलीकोनिया, आदि के कुल 301 पौधे संन्यासियों के मठों, मंदिर की फुलवारी आदि स्थलों पर रोपित कर मुमुक्षु भवन की पवित्र बगिया को दुनियां के खूबसूरत फूल वाले वृक्षों से आच्छादित किए।सीआरपीएफ 95 बटालियन के सुरक्षा बल ने मुमुक्षु भवन परिसर में वृक्षारोपण कार्य के साथ ही स्वच्छता अभियान में परिसर को सेनिटाइज किए।