सौरभ निगम की रिपोर्ट /असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा ने साफ कर दिया है कि जमीन का एक इंच भी मिजोरम को नहीं दिया जाएगा. सोमवार रात दोनों राज्यों की सीमा पर हुई हिंसक झड़प में असम पुलिस के 5 जवान और एक नागरिक की मौत हो गई थी. सरमा ने मंगलवार को हिंसा में जान गंवाने वाले पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि दी. साथ ही असम सरकार ने पीड़ितों को 50 लाख रुपये का मुआवजा देने का भी ऐलान किया है.सिलचर पहुंचे सीएम सरमा ने कहा, ‘असम का एक इंच भी नहीं छोड़ा जाएगा. और सीमाओं पर डटे सभी जवानों को असम सरकार की तरफ से एक महीने का अतिरिक्त वेतन दिया जाएगा.’ उन्होंने कहा, ‘मैंने मेघालय के सीएम से 6 बार बात की है. विकास के लिए इस तरह के मुद्दों को सुलझाया जाना चाहिए. जिस पल गोलीबारी शुरू हुई, मैंने मेघालय के सीएम को नियंत्रित करने के लिए कहा.असम सरकार ने पांच पुलिसकर्मियों और एक नागरिक की मौत के बाद राज्य में मंगलवार से तीन दिनों के राजकीय शोक की घोषणा की है. प्रशासन विभाग ने जानकारी दी है कि इस दौरान राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा और कोई सार्वजनिक कार्यक्रम नहीं होगा. सरमा ने मिजोरम सरकार पर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा, ‘हमने चर्चा की और नई चौकी से जुड़े मुद्दे को सुलझाने की अपील की. 30 मिनट की गोलीबारी में एलएमजी का इस्तेमाल किया गया. हम इस बात को सुनिश्चित करेंगे कि भविष्य की पीढ़ियों के लिए असम और मिजोरम के जंगली इलाके बचे रहेंगे. सैटेलाइट की तस्वीरें दिखाती हैं कि मिजोरम ने इन इलाकों में कुछ बस्तियां बनाई हैं. इन रिजर्व फॉरेस्ट्स को संरक्षित किए जाने की जरूरत है.सरमा ने दावा किया था कि झड़प के दौरान 6 पुलिसकर्मियों की मौत हो गई थी. दोनों राज्यों की तरफ से जंगल के इलाकों में अतिक्रमण के आरोप लगाए जा रहे थे. इसके चलते ही सीमा पर हिंसा बढ़ी, जिसमें असम के पांच पुलिसकर्मियों ने अपनी जान गंवा दी. घटना के दो दिन पहले ही केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भारत के उत्तर-पूर्वी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से चर्चा की थी और सीमा विवाद सुलझाने की बात कही थी.