उमर फारूक की रिपोर्ट /पटना 30 जुलाई” इमारत ए शरीया” बिहार उडीशा व झारखंड के रुक्ने शूरा मौलाना डाॅ अबुल कलाम कासमी, मौलाना मुहम्मद आलम कासमी और मुहम्मद सलामुल हक ने अपने संयुक्त प्रेस बयान में कहा है कि अराकीने शूरा के प्रतिनिधिमंडल ने नाएब अमीरे शरीयत मौलाना शमशाद रहमानी और कायम मकाम नाजिम मौलाना मुहम्मद शिबली कासमी से मुलाकात करके 8 अगस्त को होने वाले अमीरे शरीयत के चुनाव को रद्द करने का प्रस्ताव पेश् शूरा के आधे से अधिक अराकीन के हस्ताक्षर पर मुशतमिल मुतालबात की सूची पेश की, जिस में शूरा के अराकीन ने सर्वसम्मति से यह मांग की कि 8 अगस्त को होने वाले अमीरे शरीयत के चुनाव को रद्द किया जाए। अराकीन शूरा ने अपने प्रस्ताव में यह भी कहा कि इमारत ए शरीया के उद्देशय में मिल्लत की एकता प्रथम स्थिति रखता है, पिछले कुछ हफतों में इस एकता को जिस प्रकार हानि पहुंचाया गया है, मज्लिसे शूरा के अराकीन ने उसे अनुपयुक्त करार देते हुए नाएब अमीर ए शरीयत के द्वारा मनोनीत 11 रुक्नी उप कमेटी और उस के निर्णय को अस्वीकृत कर दिया है और कहा है कि इस उप कमेटी ने अमीर के चयन के लिए जो तरीका अपनाया है मज्लिसे शूरा उसे सही नहीं समझती है, यह इमारत ए शरीया के संविधान और उस के एक सदी की रिवायत के विरूद्ध है, इस लिए मज्लिसे शूरा के अराकीन इस कमेटी और उसके सभी निर्णय समेत 8 अगस्त के चुनावी घोषणा को रद्द करती है। मज्लिसे शूरा ने नाएब अमीर ए शरीयत के बारे में अपने प्रस्ताव में यह कहा है कि नाएब अमीर ए शरीयत ने चुनाव का जो केंद्र बनाकर 151 सदस्यों के सिफारिश की अनिवार्य शर्त अमीर ए शरीयत के चयन के लिए करार दिया है वह गलत है इस लिए मज्लिसे शूरा ने मौलाना शमशाद रहमानी साहब को चुनावी प्रक्रिया से अलग करते हुए यह कहा है कि तीन महीना के अंदर नाएब अमीर ए शरीयत नए अमीर ए शरीयत का चुनाव नहीं करा पाए इस लिए अब यह चुनाव मज्लिसे शूरा अपनी निगरानी में कराएगी। प्रतिनिधिमंडल की मुलाकात के बाद नाएब अमीरे शरीयत और कायम मकाम नाजिम ने एक प्रेस रिलीज करके 8 अगस्त को होने वाले अमीरे शरीयत के चुनाव को स्थगित करने की घोषणा की है जिस का अराकीन ने खैर मकदम किया है और कहा है कि या नाएब अमीरे शरीयत मौलाना शमशाद रहमानी और कायम मकाम नाजिम मौलाना शिबली कासमी का बेहतर निर्णय है, इंशाअल्लाह उनके इस सकारात्मक निर्णय से इमारत के एतबार व एतमाद में अधिक वृद्धि होगा। अराकीन शूरा ने यह उम्मीद जाहिर की है कि आगे भी नाएब अमीरे शरीयत और कायम मकाम नाजिम इमारत ए शरीया के संविधान और सौ साला रिवायात को ध्यान में रखते हुए इमारत के वकार और उसके एतबार की रक्षा करने की भरपूर प्रयास करेंगे। मज्लिसे शूरा के इस प्रस्ताव पर दो तिहाई अरकान ने हस्ताक्षर किया है उन में डाॅ अहमद अब्दुलहई पटना, रागिब अहसन अधिवक्ता पटना, मौलाना खालिद सैफुल्लाह रहमानी हैद्राबाद, मौलाना इश्तियाक अहमद मदरसा जामेउल उलूम मुजफ्फरपूर, अहमद अशफाक करीम कटीहार मेडीकल काॅलेज, मौलाना अनवार आलम दारूल उलूम बहादुरगंज किशनगंज, मौलाना अनीसुर्रहमान कासमी फुलवारी शरीफ पटना, मौलाना मुफती नजर तौहीद मजाहिरी चतरा, झारखंड, मौलाना मशहूद अहमद कादरी नदवी महासचिव जीमयत उलमाए बिहार, डाॅ मजीद आलम रांची, डाॅ यासीन कासमी रांची, मुहम्मद अनवर रावर कीला उडीशा, मौलाना आल हसन व्यवस्थापक जामेउल उलूम मुजफ्फरपूर, काजी सऊद आलम कासमी जमशेदपूर, झारखंड, अधिवक्ता जावेद इकबाल आरा, मौलाना हिफ्जुर्रहमान व्यवस्थापक जामिया इस्लामिया कासमिया बालासाथ सीतामढ़ी, मौलाना इजहारूल हक मजाहिरी नाजिम जामिया अरबिया अशरफुल उलूम कनवां सीतामढ़ी, कारी बशीर अहमद सिमरा चमपारण, मौलाना डाॅ अबुल कलाम कासमी शमसी पटना, डाॅ अतीकुर्रहमान कासमी पटना, मौलाना अतीकुल्लाह कासमी पटना, शाहनवाज खान हजारी बाग, झारखंड, मुहम्मद सलामुल हक बिहार शरीफ, मौलाना मजाहिर आलम वैशाली, मौलाना सफीयुर्रहमान मुमताज हरसिंघपूर, दरभंगा, डाॅ मुहम्मद इकबाल कासमी झारखंड, मौलाना डाॅ मुहम्मद आलम कासमी साहब पटना समेत अन्य मान्यवर अराकीने शूरा शामिल हैं। इस में जनाब नजमुल हसन नजमी अध्यक्ष नजम फाॅउंडेशन, जनाम मौलाना रियासत आलम साहब देवबंद और जनाब तनवीर आलम अलीग भी शामिल रहे।