पटना, ३१ जुलाई । रिहैब्लिटेशन साइंस तथा पारामेडिकल पाठ्यक्रमों में देश का प्रथम मान्यता प्राप्त संस्थान होने का गौरव हासिल करने वाला, बेउर, पटना स्थित संस्थान, ‘इंडियन इंस्टिच्युट औफ़ हेल्थ एडुकेशन ऐंड रिसर्च’ में शैक्षणिक-सत्र २०२१-२२ में नामांकन प्रारंभ हो चुका है। संस्थान के निदेशक-प्रमुख डा अनिल सुलभ के अनुसार, इस संस्थान में संचालित हो रहे सभी पाठ्यक्रमों में स्थान रहने तक अधिकतम ११ अगस्त तक नामांकन होंगे।हेल्थ इंस्टिच्युट में, मास्टर औफ़ फ़िज़ियोथेरापी, मास्टर औफ अकुपेशनल थेरापी, बैचलर औफ़ फ़िज़ियोथेरापी, बैचलर औफ़ औडियोलौजी ऐंड स्पीच लैंग्वेज पैथोलौजी, बैचलर औफ़ औफ्थालमोलौजी, बैचलर औफ़ मेडिकल लैब टेक्नोलौजी, बैचलर औफ़ मेडिकल रेडियोइमेजिंग टेक्नोलौजी, डिप्लोमा इन फ़िज़ियोथेरापी, डिप्लोमा इन मेडिकल लैब टेक्नोलौजी, डिप्लोमा इन एक्स-रे टेक्नोलौजी, डिप्लोमा इन ओपेरेशन थिएटर असिसटेंट, डिप्लोमा इन इसीजी तथा सर्टिफिकेट इन मेडिकल ड्रेसिंग में योग्य छात्र-छात्राओं का नामांकन किया जा रहा है। इनके अतिरिक्त उपरोक्त पाठ्यक्रमों में डिप्लोमा कर चुके विद्यार्थियों को डिग्री पाठ्यक्रमों में लैटरल एंट्री भी दी जा रही है।फ़िज़िक्स, केमिस्ट्री तथा बायोलोज़ी विषयों से इंटरमिडियट उतीर्ण छात्र-छात्राएँ, डिग्री एवं डिप्लोमा के किसी भी पाठ्यक्रम में नामांकन ले सकते हैं। मैथेमेटिक्स के साथ उतीर्ण छात्रगण बैचलर औफ़ औडियोलौजी ऐंड स्पीच लैंग्वेज पैथोलौजी, बैचलर औफ़ मेडिकल रेडियोइमेजिंग टेक्नोलौजी तथा मेडिकल ड्रेसिंग पाठ्यक्रमों में नामांकन करा सकते हैं। अंग्रेज़ी और विज्ञान विषयों से १०वीं उत्तीर्ण छात्रगण मेडिकल ड्रेसिंग में नामांकन ले सकते हैं । स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों में नामांकन हेतु उसी पाठ्यक्रम में स्नातक होना अनिवार्य है।स्मरणीय है कि यह संस्थान बिहार सरकार तथा पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय से स्थाई मान्यताप्राप्त बिहार का एक मात्र संस्थान है। संस्थान के पुनर्वास से संबंधित पाठ्यक्रम भारतीय पुनरवास परिषद से भी स्वीकृत हैं। वर्ष १९९० से संचालित यह संस्थान पूर्व में मगधविश्वविद्यालय के अंतर्गत था, किंतु मगध विश्वविद्यालय के विभाजन के पश्चात वर्ष २०१८ से यह पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय के अंतर्गत है।