बिहार डेस्क /गया,काॅलेज,गया के प्राचार्य छात्रों को सम्बोधित करते हुए कहा कि वृक्षों की मानव जीवन में काफी भूमिका हैं वृक्ष कि रक्षा करने के लिए हम सभी देशवासियों को आगे आना होगा और हर एक व्यक्ति को वृक्ष लगाने के साथ-साथ वृक्षों का भरण पोषण करने के लिए भी निष्ठावान बनना होगा। उन्होंने वृक्षो से प्रेम करने तथा उसके प्रति संवेदनशीलता रखने का आह्वाहन किया। छात्रों से लकड़ी का खनन रोकने, वृक्ष लगाने, तथा रोज़ एक वृक्ष को पानी देने का संकल्प कर धरा को संवारने में अपना योगदान देने का निवेदन किया । प्रकृति से छेड़-छाड़ के भयावह परिणाम हो सकते हैं उनमें से एक का हम कोरोना महामारी के रूप में सामना कर ही रहे हैं इसलिए यह अत्यंत आवश्यक हो गया है की हम प्रकृति के प्रति स्नेहपूर्ण भाव रखें, उसकी रक्षा करें।वही राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवक शशि कुमार ने कहा कि मानव शरीर पञ्च तत्वों- मिट्टी, पानी, अग्नि, वायु और शून्य से निर्मित है जोकि उसे पोषित करते हैं। इन पांच तत्वों का संतुलन ही हमारे तन व मन को स्वस्थ रखता है। यह पांच तत्व प्रकृति के महत्त्वपूर्ण अंग हैं अतः मनुष्य हेतु इनका संरक्षण करना, न्यायिक उपयोग करना तथा इनके प्रति संवेदनशीलता रखना अतिआवश्यक है।कर्मचारी संघ के सचिव ने आग्रह किया कि वह निरंतर समयानुसार तथा स्थानुसार एक वृक्ष लगाने का प्रयास करें और संकल्प पर्व तथा वृक्षारोपण को अपने जीवन का अंग बनाये ।इस मौके पर गया काॅलेज,गया के प्राचार्य दीपक कुमार,अशोक सिंह,संतोष कुमार,अंजनी सर, शशि कुमार, सौरभ कुमार, सत्यम कुशवाहा, उज्जवल कुमार,सावन कुमार, प्राणेश कुमार, सपना कुमारी आदि मौजूद थे।