डॉ संजीव कुमार सिंह की रिपोर्ट /आज प्रातः 7:00 बजे पर्यावरण भारती द्वारा लखीसराय व्यवहार न्यायालय परिसर में पर्यावरण भारती के कार्यकर्ता पीयूष कुमार साह की दादी स्वर्गीय फूदो देवी जी के पुण्य स्मृति में देव वृक्ष पीपल का पौधारोपण किया गया। पीयूष कुमार साह के दादा का नाम स्वर्गीय अर्जुन साह थे। आज के वृक्षारोपण का नेतृत्व पर्यावरण संरक्षण गतिविधि के सह जिला संयोजक प्रशांत कुमार यादव ने किया।पर्यावरण भारती के संस्थापक , पर्यावरण संरक्षण गतिविधि प्रांत संयोजक एवं भारतीय पेड़ आयाम टोली सदस्य राम बिलास शांडिल्य ने कहा कि भारत देश में मानव प्रकृति के साथ अन्याय किया है। अंधाधुंध जंगलों की कटाई किया गया है। परिणाम स्वरूप पर्यावरण संकट में है और असंतुलित हो गया है। पर्यावरण असंतुलित होने का परिणाम हम सबों को दिखाई पड़ रहा है।उत्तराखंड के बद्रीनाथ, चमोली जैसे स्थानों पर भूस्खलन एवं पहाड़ टूटने से मानव का जीवन खतरे में है। पहाड़ों पर भारी बर्षा एवं बाढ़ से जान माल की काफी तबाही हुआ है। प्राकृतिक आपदाओं के सामने मानव लाचार दिख रहा है। राजस्थान के कोटा में धान के खेतों में नाव चल रहा है। फसल बर्बाद हो गया है। मध्य प्रदेश मे भी बाढ़ का प्रकोप जारी है। बिहार के कटिहार, नालंदा आदि जिलों में बाढ़ से मानव परेशान है। कई घर बाढ़ के पानी में ध्वस्त हो गए। हिमालय की तराई में बादल फटना और अचानक बाढ़ आ जाना आम बात हो गई है। बिहार, उत्तर प्रदेश में ठनका से कई लोगों की अचानक मृत्यु हो जाती है। इस तरह प्राकृतिक आपदाएं हम मानव के द्वारा ही प्रलय के रूप में सामने प्रकट हो गया है। अभी भी सावधान नहीं होगे, मानव जाति धरती से विलुप्त हो जाएगी। आज डायनासोर प्राणि संसार से विलुप्त हो गया है। जंगलों की कटाई मानव ने बहुतायत ने किया है। अतः प्राकृतिक आपदाएं संकट के रूप में प्रकट होना स्वाभाविक है। इससे बचने के लिए एक ही उपाय है वृक्षारोपण।
आज के वृक्षारोपण कार्यक्रम में पर्यावरण भारती के राम बिलास शांडिल्य, प्रशांत कुमार यादव, वार्ड सदस्य अजय यादव, रूकेश कुमार, अवकाश प्राप्त डाक अधीक्षक सुरेंद्र प्रसाद गुप्ता, नेहरू युवा केंद्र के अवकाश प्राप्त लेखापाल शंकर प्रसाद चौधरी, सन्नी कुमार, महिला पुलिसकर्मी दूबो देवी इत्यादि ने भाग लिए।