सियाराम मिश्रा की रिपोर्ट सोनभद्र/ सोनांचल में मंगलवार की रात से हो रही लगातार बारिश से बांधों व नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। नगवां व धंधरौल बांध का पानी खतरा बिंदु के करीब पहुंच गया है। अगर इसी तरह बारिश होती रही तो दोनों बांधों का फाटक खुल सकता है। इसके अलावा रिहंद बांध व ओबरा डैम भी कुछ फीट ही खतरे से दूर है। बारिश को लेकर प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट पर है। इसको लेकर तटवर्ती क्षेत्रों में मुनादी करा दी गई है। इस प्रकार पूर्वांचल की पहाड़ी नदियों का रुख काफी तल्ख हो चुका है।सावन महीने में हो रही अच्छी बारिश से जिले के सभी बांध लबालब हो गए हैं। नगवां बांध का जल स्तर अधिकतम 354.60 के सापेक्ष 354.01 मीटर पहुंच गया है। बांध को भरने में बस चंद दिनों की ही देरी है। यहां 0.59 मीटर पानी और हो जाएगा तो फाटक खोलकर पानी बहाना पड़ेगा। इसके अलावा धंधरौल बांध का जल स्तर 317.90 के सापेक्ष 316.44 मीटर पहुंच गया है। बांध में 1.46 मीटर पानी पहुंचने पर पानी खतरा बिंदु के करीब पहुंच जाएगा। इसके अलावा फाटक खुलने की स्थिति में इससे प्रभावित होने वाले गांवों के लोगों को की मुनादी करा दी गई है।बाढ़ नियंत्रण कक्ष से मिली जानकारी के अनुसार ओबरा बांध का 11 अगस्त को जल स्तर ओबरा 192.80 मीटर दर्ज किया गया है, इसका खतरे का निशान 193.24 है। रिहंद बांध का जल स्तर 261.37 मीटर है, जबकि इसका अधिकतम जल स्तर 265.18 मीटर निर्धारित है। वहीं सोन नदी का जल स्तर 167 मीटर है, जबकि इसका अधिकतम जल स्तर 171.00 है। साेन नदी का पानी पांच सेंटीमीटर प्रति घंटे की दर से बढ़ रहा है। अभी भी बारिश का क्रम जारी है। अगर इसी तरह बारिश होती रही तो बांध के पानी खतरा बिंदु के करीब पहुंच जाएगा। इससे बांधों के फाटक खोलने पड़ सकते हैं। इसको लेकर जिला प्रशासन की तरफ से तटवर्ती क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को अलर्ट कर दिया गया है। बारिश के चलते बांधों का जल स्तर तेजी से बढ़ रहा है। इस निगरानी रखी जा रही है। तटवर्ती क्षेत्रों में मुनादी करा दी गई है। किसी भी स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन पूरी तरीके से तैयार है। बांध नियंत्रण की तरफ से प्रतिदिन इस पर निगरानी की जा रही है।