कौशलेन्द्र पाराशर की रिपोर्ट /अपने देश को रूसी वैक्सीन स्पूतनिक लाइट भी जल्द ही मिल सकती है. कहा जा रहा है कि देश में ही तैयार हो रही यह विदेशी वैक्सीन सितंबर तक उपलब्ध हो सकती है. शुरुआती दौर में यह वैक्सीन सीमित संख्या में उपलब्ध रहेगी, जिसकी कीमत 750 रुपये होगी. भारत में अब तक आयात की हुई स्पूतनिक V का इस्तेमाल हो रहा है. पैनेशिया बायोटेक ने हाल ही में इमरजेंसी यूज ऑथोराइजेशन हासिल करने के लिए डोजियर जमा कर दिया है. कंपनी ने रशियन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट फंड के साथ साझेदारी की है. स्पूतनिक लाइट को रूस की गमालेया इंस्टीट्यूट ने रडीफ के समर्थन से तैयार किया है. इस वैक्सीन को रूस में आपातकालीन इस्तेमाल के लिए मई में मंजूरी मिल गई थी. पेनेशिया बायोटेक ने स्पूतनिक V वैक्सीन के निर्माण के लिए लाइसेंस हासिल करने की घोषणा की थी. कंपनी इस वैक्सीन को हिमाचल प्रदेश के बद्दी प्लांट में तैयार कर रही है. बद्दी प्लांट में तैयार हुई वैक्सीन की खेप गुणवत्ता जांच में गमालेया इंस्टीट्यूट और कसौली स्थित सेंट्रल ड्रग लैबोरेटरी में पास भी हो गई है. हर साल पेनेशिया इस वैक्सीन के 10 करोड़ डोज तैयार करेगी, जिसका वितरण डॉक्टर रेड्डीज की तरफ से होगा.स्पूतनिक V के दो डोज की सप्लाई में कमी इस महीने के अंत तक पूरी हो सकती है. डॉक्टर रेड्डीज की तरफ से सप्लाई तेज किए जाने की खबर है. जून में रूस से आयात प्रभावित होने के बाद स्पूतनिक V का बड़े स्तर पर जनता के सामने आना अटक गया था और यह तब से इसकी रफ्तार धीमी ही बनी हुई है. स्पूतनिक V कंपोनेंट 2 वैक्सीन के आयात किए गए करीब पांच लाख डोज जल्द ही बाजार में लाए जा सकते हैं.डॉक्टर रेड्डीज के प्रवक्ता ने बताया था, ‘हम भारत में अपने साझेदारों के साथ निर्माण की तैयारी के लिए करीब से काम कर रहे हैं. यहां तैयार हुए डोज के सितंबर-अक्टूबर तक उपलब्ध होने की संभावना है.’ रडीफ की तरफ से जारी बयान में बताया गया था कि इंजेक्शन लगाए जाने के 28 दिन बाद विश्लेषण किए हुए डेटा के अनुसार, स्पूतनिक लाइट वैक्सीन ने 80 फीसदी प्रतिरोधी क्षमता का प्रदर्शन किया है.