पटना, १५ अगस्त। भारत की नयी पीढ़ी केवल इस एक बात का संकल्प लेले कि वह जीवन की परीक्षाओं में कदाचार का आश्रय नहीं लेगी और देश के प्रति सदा निष्ठावान बनी रहेगी, तो देश की समस्त समस्याओं का निदान हो जाएगा।
देश के छात्रों को यह संकल्प लेना चाहिए कि वे देश को, परीक्षाओं में कदाचार तथा भ्रष्टाचार से मुक्त कराएँगे। तभी यह देश अपना पुराना गौरव और समृद्धि पाने में सफल होगा, अन्यथा सारे प्रयास विफल सिद्ध होंगे।यह बातें इंडियन इंस्टिच्युट औफ़ हेल्थ एडुकेशन ऐंड रिसर्च, बेउर में स्वतंत्रता-दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय-ध्वज का आरोहण करने के बाद अपने उदबोधन में संस्थान के निदेशक-पमुख डा अनिल सुलभ ने कही। डा सुलभ ने कहा कि स्वतंत्रता के अमृत-महोत्सव-वर्ष में हम सबको, भारत को विश्व का श्रेष्ठतम देश बनाने के उद्देश्य के साथ कार्यारंभ का व्रत लेना चाहिए।इस अवसर पर संस्थान के विद्यार्थियों ने नृत्य, गायन और संभाषण से स्वतंत्रता की देवी को प्रसन्न किया और मंगलोत्सव मनाया। अपनी प्रस्तुति से सबका मन हरने वाले विद्यार्थियों में अमरेन्द्र कुमार, निहारिका सिंह, आशुतोष कुमार, आशिम निज़ामी, सैलाब, नदीम, प्रीन्स और ज्योति कुमारी के नाम सम्मिलित हैं। संस्थान के निदेशक मंडल की सदस्या किरण झा, आभास कुमार, डा अजय कुमार मिश्र, प्रो संजीत कुमार, प्रो स्नेहा राठौर, प्रशासी अधिकारी सूबेदार उपेन्द्र सिंह तथा सूबेदार संजय कुमार, अमित कुमार सिंह समेत बड़ी संख्या में, संस्थान के शिक्षक, शिक्षकेत्तर कर्मी एवं छात्रगण उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन प्रो संतोष कुमार सिंह ने किया।
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