प्रियंका भारद्वाज की रिपोर्ट /गृह मंत्रालय की ओर से उत्तर प्रदेश के 1,802 पुलिसकर्मियों को पुलिस पदक देने की घोषणा की गई है. इनमें से नौ पदक वीरता के लिए दिए जाएंगे. जौनपुर के पुलिस अधीक्षक (एसपी) और मेरठ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) रहे अजय साहनी समेत नौ पुलिसकर्मियों को वीरता का पदक दिया जाएगा. मेरठ का एसएसपी रहते हुए अजय साहनी ने 18 फरवरी, 2020 को अपनी टीम के साथ एक लाख रुपये के इनामी बदमाश शिव शक्ति नायडू को मुठभेड़ में मार गिराया था. इस साहसिक मुठभेड़ में इंस्पेक्टर बिजेंद्र पाल राणा को भी वीरता पदक देने की घोषणा केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से हुई है. डिप्टी एसपी प्रमेश शुक्ला, इंस्पेक्टर पंकज मिश्रा और सब-इंस्पेक्टर शैलेंद्र कुमार को 24 जुलाई, 2020 को एक लाख के इनामी बदमाश टिंकू कपाला को मुठभेड़ में मार गिराने के लिए वीरता का पदक देने की घोषणा की गई है. बाराबंकी के सतरिख इलाके में एसटीएफ के साथ हिस्ट्रीशीटर टिंकू कपाला की मुठभेड़ हुई थी.केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से अलग-अलग श्रेणियों में कुल 1,802 पदक उत्तर प्रदेश पुलिस को देने की घोषणा की गई है. पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) की ओर से 689 पुलिस अधिकारियों, कर्मचारियों को कमेंडेशन डिस्क देने की घोषणा की गई है. मुख्यमंत्री की ओर से पांच विशेष पदक देने की घोषणा की गई है. मुख्यमंत्री का विशेष पुलिस पदक वाराणसी के एडीजी बृजभूषण को देने की घोषणा हुई है. एडीजी बृजभूषण की अगुआई में माफिया डॉन मुख्तार अंसारी और उसके गिरोह के लोगों की 350 करोड़ की संपत्तियों को वाराणसी, मऊ, आजमगढ़ और जौनपुर में सीज़ किया गया है.महिला अपराधों से जुड़े मामलों में त्वरित कार्रवाई करने वाली लखनऊ की आईजी रेंज लक्ष्मी सिंह को मुख्यमंत्री का विशेष पदक देने की घोषणा खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नाथ ने की है. उन्नाव में दो दलित युवतियों की हत्या के खुलासे और कानून व्यवस्था बनाए रखने में आईजी लक्ष्मी सिंह ने अहम भूमिका निभाई थी.मुरादाबाद की डिप्टी एसपी इंदु सिद्धार्थ, एटीएस के इंस्पेक्टर चैंपियन लाल और एसटीएफ के कॉन्स्टेबल ऋतुल कुमार वर्मा को भी सम्मान देने को घोषणा खुद सीएम योगी ने की है.