सीनियर एडिटर -जितेन्द्र कुमार सिन्हा, पटना, 22 अगस्त ::पूर्व राज्यपाल, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता कल्याण सिंह का निधन 21 अगस्त (शनिवार) की देर शाम हो गया। वे अपनी अस्वस्थता के कारण बीते कुछ समय से लखनऊ के SGPGI में भर्ती थे। उन्होनें 89 वर्ष की उम्र में आखिरी सांस ली। उनके आकस्मिक निधन पर अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत ने शोक प्रकट किया है।प्रांतीय सचिव प्रो. अरुण सिन्हा ने कल्याण सिंह के निधन को व्यक्तिगत नुकसान बताया और भाबुक होते हुए कहा कि आयोध्या घटना को लेकर अपनी सरकार तक कुर्बान करने वाले कल्याण सिंह को लोग बाबू जी कहा करते थे। कुछ दिन पहले जब राम मंदिर निर्माण कार्य आरंभ हुआ तो उन्होंने कहा था कि मेरा सपना अब पूरा हुआ।उन्होंने कहा कि कल्याण सिंह ने उत्तर प्रदेश की गिरती शिक्षा व्यवस्था को सुधारने के लिए नकल कानून को सख्ती से पालन कर प्रशासन पर अपनी पकड़ का लोहा मनवाया था। उन्होंने अपने शासनकाल में कानून व्यवस्था का राज स्थपित कर अपराधियों में भय व्याप्त करा दिया था। शिक्षक के रूप में संघ से जुड़े कल्याण सिंह आजीवन खुद को स्वयंसेवक ही मानते थे।प्रांतीय सचिव ने बताया कि पार्टी और संघ के सिपाही के तौर पर उन्हें जो भी दायित्व दी गई उसे बखूबी निभाया। कल्याण सिंह राजस्थान के गवर्नर भी रहे थे।अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत दक्षिण बिहार ने उनके निधन पर शोक संवेदना प्रकट किया है और सभी स्वयं सेवकों की तरफ से उन्हें कोटि-कोटि नमन किया गया है।