कौशलेन्द्र पाराशर की रिपोर्ट /बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव समेत कुल 11 नेताओं के प्रतिनिधिमंडल ने दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. मुलाकात करीब 40 मिनट से अधिक वक्त तक चली.पीएम मोदी से मुलाकात करने जा रहे डेलिगेशन में कांग्रेस की ओर से अजीत शर्मा, सीपीआई से सूर्यकांत पासवान, सीपीएम से अजय कुमार, सीपीआई माले से महबूब आलम और एआईएमआईएम से अख्तरुल इमान भी शामिल हैं.डेलिगेशन में शामिल हैं ये नेता नीतीश कुमार (मुख्यमंत्री) जाति- कुर्मी तेजस्वी यादव (नेता प्रतिपक्ष) जाति- यादवजीतन राम मांझी (पूर्व मुख्यमंत्री) जाति- विजय कुमार चौधरी (शिक्षा मंत्री) जाति- भूमिहारजनक राम (खनन एवं भूतत्व मंत्री) जाति- दलितमुकेश सहनी (पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री) जाति- मल्लाहअजीत शर्मा (कांग्रेस विधायक दल के नेता) जाति- भूमिहारसूर्यकांत पासवान (विधायक,सीपीआई) जाति- दलित.अजय कुमार (विधायक, सीपीएम) जाति- कुशवाहामहबूब आलम (विधायक, भाकपा माले) – मुस्लिम नेताअख्तरुल इमान (विधायक, ऐमिम ) – मुस्लिम नेतापीएम मोदी ने हमारी बातों को सुना। सबलोगों ने पक्ष में एक-एक बातें रखी हैं। प्रधानमंत्री ने गौर से सारी बातों को सुना है। उन्होंने अभी इस मुद्दे को अस्वीकार नहीं किया है। हमारी मांग को पूरे ध्यान से सुना है। हमलोगों ने मांग किया कि हमारी इस मांग पर विचार किया जाये।एक-एक चीज के बारे में हमलोगों ने बात कही है। एक बार अगर जनगणना हो जायेगा तो सारी बातें साफ हो जायेगी। हमलोगों को उम्मीद है कि हमारी मांगों पर जरूर विचार करेंगे। लेकिन जो भी निर्णय लेना है वो तो प्रधानमंत्री को ही लेना है। प्रतिनिधि मंडल में तो बीजेपी के भी प्रतिनिधि भी शामिल हैं. हम प्रधानमंत्री को आभार जताते हैं कि हमलोगों को समय दिया और हमारी बात सुनी। तेजस्वी ने कहा-हमारी बातों को प्रधानमंत्री ने सुना. प्रतिनिधिमंडल में शामिल नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि हमलोग मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में प्रधानमंत्री से मुलाकात की है। हमारी बातों को उन्होंने गंभीरता से सुना है। अब देखिए आगे क्या होता है। तेजस्वी ने कहा कि जब जानवरों की गणना हो सकती है तो फिर जातीय जनगणना क्यों नहीं। राष्ट्रहित में जातीय जनगणना जरूरी है