डॉ. संजीव सिंह की रिपोर्ट /आज प्रातः 10:00 बजे पर्यावरण भारती द्वारा लखीसराय नगर परिषद के नया बाजार के अष्ट घटी तालाब किनारे देव वृक्ष पीपल के 5 पौधे क्रांतिकारी एवं शहीद राजगुरु के जन्मदिन पर वृक्षारोपण कार्यक्रम हुआ। कार्यक्रम का नेतृत्व टेली फिल्म निर्देशक एवं पर्यावरण भारती के कार्यकर्ता रूपेश कुमार एवं रघुवीर कुमार ने किया।वृक्षारोपण कार्यक्रम के शुभ अवसर पर पर्यावरण भारती के संस्थापक एवं संरक्षक राम बिलास शांडिल्य ने कहा कि आज संपूर्ण भारत में जल स्रोत संरक्षण अभियान चल रहा है। नदियों, तालाबों, नहरों इत्यादि को बचाने हेतु वृक्षारोपण एवं आरती का कार्यक्रम चलाया जा रहा है। मानव के लिए जल आवश्यक है। अतः कहा जाता है जल ही जीवन है। जल बचाएंगे तो मानव बचेगा। अगला विश्व युद्ध जल के लिए होने वाला है। अतः भारत देश में प्राचीन काल से मानव जीवन हेतु जल की सुरक्षा आवश्यक है। जल स्रोतों के किनारे वृक्षारोपण एवं संरक्षण कार्यक्रम देश में प्राचीन काल से चला आ रहा है। ऐसे कार्यक्रमों को हम सब मिलकर करेंगे तभी जल संरक्षण होगा।आज संयोगवश महान क्रांतिकारी शहीद राजगुरु का जन्मदिन है। उनका जन्म 24 अगस्त 1908 में महाराष्ट्र के पुणे जिला के खेड़ा नामक गांव में हुआ था। इनके पिता जी श्री हरिनारायण एवं माता श्रीमती पार्वती बाई थी। इनके पूर्वज को छत्रपति शिवाजी के प्रपौत्र साहू जी महाराज ने राजगुरु की उपाधि प्रदान किए थे। शहीद होने के लिए राजगुरु हमेशा शहीद भगत सिंह से आगे रहना चाहते थे। अंग्रेज सांडर्स को मारने हेतु गोली सबसे पहले राजगुरु में चलाई थी, बाद में भगत सिंह।फांसी की सजा 23 मार्च 1931 को दिया गया और भगत सिंह, राजगुरु एक साथ देश के लिए हंसते हंसते बलिदान हो गए। ऐसे महापुरुष के जन्मदिन पर देव वृक्ष पीपल का वृक्षारोपण पुण्य कार्य के साथ-साथ प्राकृतिक ऑक्सीजन एवं जल स्रोतों की रक्षा होगी।भारत देश में प्राचीन काल में पर्यावरण प्रेमी राजा कर्णराज हुए थे। एक बार उनके राज्य में एक ग्रामीण घर बनाते समय आंगन के बड़े पेड़ काट डाले। राजा कर्णराज ने दरबार में बुलाकर उस ग्रामीण को दंड स्वरूप प्रतिवर्ष तालाब किनारे 20 पेड़ लगाने का सजा सुनाए। लगातार 5 वर्षों तक 20 पेड़ लगाने का संकल्प कर ग्रामीण राजा से क्षमा प्रार्थना कर घर लौट गए। परिणाम स्वरूप तालाब हरा भरा एवं स्वच्छ हो गया। आसपास के ग्रामीण भी उनसे प्रेरणा लिए। इस तरह हम सबों को अपने लिए एवं भविष्य में अपने बच्चों के लिए तथा प्राकृतिक ऑक्सीजन प्राप्त करने हेतु जल स्रोतों के किनारे वृक्षारोपण एवं संरक्षण करना चाहिए।आज के वृक्षारोपण कार्यक्रम में पर्यावरण भारती के राम बिलास शांडिल्य, रुपेश कुमार, रघुवीर कुमार, पर्यावरण संरक्षण गतिविधि के सह जिला संयोजक प्रशांत कुमार यादव, राकेश कुमार, पंकज साह, संतोष साह इत्यादि ने भाग लिये।