कौशलेन्द्र पाराशर /तालिबान द्वारा अफगानिस्तान पर कब्जा करने की स्थिति में, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने राजनीतिक दलों के नेताओं को उस देश के ताजा हालात के बारे में जानकारी दी. संसदीय सौंध में आयोजित इस बैठक में जयशंकर के अलावा राज्यसभा के नेता और केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल तथा संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी भी मौजूद.मौजूदा स्थिति को गंभीर.सरकार ने कहा कि भारत सरकार अफगानिस्तान के लोगों के साथ है. साथ ही कहा कि तालिबान दोहा में अपने किए गए बात पर कायम नहीं है. सूत्रों के अनुसार सरकार ने बताया कि वह अफगानिस्तान में फंसे लोगों को बाहर निकालने की लगातार कोशिश कर रही है. सर्वदलीय बैठक में विदेश सचिव ने सभी को वहां के हालत के बारे में विस्तार से बताया.चीन, रूस और अमेरिका ने अभी तक अपना रुख साफ नहीं कियासरकार ने बताया कि अब तक 15 हजार लोगों ने भारत के हेल्प डेस्क से संपर्क किया. बताया गया कि अफगानिस्तान में राष्ट्रपति के देश छोड़ने के बाद सेना ने समर्पण किया. तालिबान से बात करने की नीति पर सरकार ने कहा कि भारत और दुनिया वेट एंड वाच पॉलिसी अपना रही है. सूत्रों के अनुसार सरकार ने कहा कि चीन, रूस और अमेरिका ने भी अभी तक अपना रुख साफ नहीं किया है.इस महत्वपूर्ण बैठक में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता शरद पवार, राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी, द्रमुक नेता टी आर बालू, पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवगौड़ा, अपना दल की नेता अनुप्रिया पटेल सहित कुछ अन्य नेता हिस्सा ले रहे हैं. मिली जानकारी के अनुसार सर्वदलीय बैठक में भारते अफगानिस्तान की मौजूदा स्थिति को गंभीर बताया. सरकार ने कहा कि भारत सरकार अफगानिस्तान के लोगों के साथ है. साथ ही कहा कि तालिबान दोहा में अपने किए गए बात पर कायम नहीं है.