सौरभ निगम की रिपोर्ट / कल्याण सिंह के बेटे राजवीर सिंह ने कहा योगी आदित्यनाथ हैं कल्याण सिंह के राजनीतिक उत्तराधिकारी हैं. कल्याण सिंह के निधन के बाद योगी आदित्यनाथ और उनकी सरकार ने जिस तरह से उन्हें सम्मान दिया, उसकी समाज में बड़ी चर्चा है. योगी आदित्यनाथ के गुरू महंत अवैद्यनाथ और कल्याण सिंह बहुत अच्छे मित्र थे. दोनों ही राम जन्म भूमि आंदोलन के अगुआ रहे. अवैद्यनाथ संतों की तरफ़ से जबकि कल्याण सिंह बीजेपी की ओर से. जब तक कल्याण सिंह अस्पताल में रहे योगी आदित्यनाथ लगाता.बीजेपी जिसके लिए कल्याण सिंह ने कहा था कि उनकी इच्छा है कि उनके मरने के बाद उनका शव बीजेपी के झंडे में लपेटा जाए. उनकी ये आख़िरी इच्छा पूरी हुई.कल्याण सिंह के बेटे ने उनकी राजनैतिक विरासत यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सौंप दी है.राजवीर सिंह एटा से लोकसभा के सांसद हैं और कल्याण सिंह के इकलौते बेटे भी. उन्होंने सोशल मीडिया में योगी को लेकर बहुत भावुक बातें लिखी हैं. राजवीर लिखते हैं कि जिन्होंने अपनी व्यस्तता के कारण अपने पिता के अंतिम संस्कार में जाना उचित नहीं समझा, वे मेरे पिता के निधन के बाद लगातार तीन दिनों तक उनके साथ रहे. बड़े बेटे की तरह योगी आदित्यनाथ लखनऊ के अस्पताल से लेकर कल्याण सिंह के अंतिम संस्कार तक हर समय साथ खड़े रहे. इसके लिए मैं योगी आदित्यनाथ के सामने सामने नतमस्तक हूं. राजवीर सिंह को लोग राजू भैया भी कहते हैं ..योगी को लेकर उनकी ये टिप्पणी सोशल मीडिया में खूब वायरल हो रही है. इस घटना के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का मान सम्मान समाज में बहुत बड़ा है.