डॉ संजीव कुमार सिंह की रिपोर्ट , भागलपुर। आज दिनांक 29 अगस्त दिन शनिवार को स्थानीय वृंदावन मैरिज हॉल में चल रहे भारतीय मजदूर संघ के बैठक के अंतिम दिन केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार के खिलाफ 9 सितंबर को बिहार के सभी 38 जिला मुख्यालयों पर विरोध प्रदर्शन करने का निर्णय लिया गया बैठक में अंतिम दिन कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय महामंत्री विनय कुमार सिन्हा ने कहा कि आज केंद्र और राज्य सरकार के और दूरदर्शी नीतियों के कारण महंगाई बेलगाम हो रही है और उससे निपटने में सत्ता में बैठे निर्णायक समूह लाचार होकर उल्लू जुनून फैसले ले रही है एक जिम्मेवार श्रमिक संगठन होने के नाते भारतीय मजदूर संघ का यह धर्म बनता है कि सरकार के निर्णय के खिलाफ सड़क पर उतर कर जोरदार विरोध प्रदर्शन करें।2023 में बिहार करेगा राष्ट्रीय अधिवेशन का मेजबानी.इस अवसर पर भारतीय मजदूर संघ के 12 से 15 अगस्त तक हुए अयोध्या के राष्ट्रीय कार्यसमिति में लिए निर्णय के आलोक में वर्ष 2023 में बीएमएस का राष्ट्रीय अधिवेशन करने की मेजबानी बिहार को दी गई इस अवसर पर बीएमएस केंद्र का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए राष्ट्रीय महामंत्री विनय कुमार सिन्हा ने कहा कि बिहार में प्रस्तावित राष्ट्रीय अधिवेशन देश के श्रमिक आंदोलन के लिए मील का पत्थर साबित होगा राष्ट्रीय अधिवेशन के लिए बिहार पूरी तरह तैयार है यह राष्ट्रीय अधिवेशन की प्रासंगिकता सिर्फ एक शब्द से बताया जा सकता है कि बिहार को पहली बार श्रमिकों के रूप में लघु भारत का दर्शन होगा जिसमें भारत के सभी 730 जिलों सहित कई मित्र राष्ट्रों में श्रमिक आंदोलन में भाग लेने वाले लगभग 4500 प्रतिनिधि इसमें हिस्सा लेंगे जो बिहार के कार्यकर्ताओं के लिए गर्वित करने वाला पल होगा।सरकार द्वारा मोनेटाइजेशन कर निर्णय नीतिगत नहीं.बैठक के दौरान बिहार प्रदेश कार्य समिति के सदस्यों के सामने राष्ट्रीय महामंत्री विनय कुमार सिन्हा ने कहा कि सरकार 70 पीएसयू को मोनेटाइजेशन का निर्णय लिया है जो कि बीएमएस को नीतिगत रूप से स्वीकार नहीं है सरकार के धन जुटाने के लिए सरकारी संस्थानों का मोनेटाइजेशन करना करना गन्ना बेच कर घर चलाने जैसा है इस निर्णय के दूरगामी प्रभावों पर निर्णय लेने के बजाय जमीनी हकीकत के विपरीत छत में विशेषज्ञ की सलाह पर सरकार भरोसा कर रही है जिसे भारतीय मजदूर संघ कतई स्वीकार नहीं करेगी।पब्लिक सेक्टर सरकार के विरोध में सड़कों पर उतरेगी.इसके पहले राष्ट्रीय महामंत्री विनय कुमार सिन्हा ने कहा कि केंद्र सरकार की कई कई आर्थिक नाकामियों को नजरअंदाज करने के बावजूद मजबूर होकर पब्लिक सेक्टर के लोगों ने बड़ी संख्या में केंद्र सरकार के विरोध में 2 नवंबर को सड़कों पर उतर कर धरना प्रदर्शन करने का निर्णय लिया है ताकि आमजनों को सरकार के अव्यवहारिक निर्णय के बारे में जानकारी हो सके। वही इस माध्यम से भविष्य में जन जागरण करते हुए भारतीय मजदूर संघ सड़क से लेकर संसद तक आंदोलन करने का निर्णय लेगी। इस अवसर पर भारतीय मजदूर संघ के राष्ट्रीय महामंत्री विनय कुमार सिन्हा के अलावे क्षेत्रीय संगठन मंत्री गणेश मिश्रा, राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य सुरेश सिन्हा, भारतीय मजदूर संघ, बिहार प्रदेश के अध्यक्ष राजेश लाल, प्रदेश महामंत्री संजय कुमार सिन्हा, प्रदेश उपाध्यक्ष राकेश कुमार चौधरी, इन्दु झा, बलराम पांडे, प्रदेश मंत्री अशोक सोनू, राकेश भारती, राम बाबू सिंह, मुरारी प्रसाद, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य डॉ सियाराम शर्मा, भागलपुर जिला मंत्री चितरंजन पांडे, बांका जिला मंत्री विभाष चंद्र मंडल समेत सैकड़ों श्रमिक नेता उपस्थित थे।