पंजाब :निखिल भारद्वाज की रिपोर्ट /विदेशी आतंकवादी संगठनों के साथ जुड़े एक आतंकी को दो हैंड ग्रेनेड के साथ गिरफ्तार कर लिया है. इसकी पहचान सरूप सिंह के रूप में हुई है. यह तरनतारन के गांव जौहल धालीवाला का रहने वाला है. इसकी गिरफ्तारी से पुलिस ने संभावित आतंकी हमले की साजिश को नाकाम कर दिया है. डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (डीजीपी) पंजाब दिनकर गुप्ता ने बताया कि पुलिस द्वारा उससे चीन के बने पी-86 मार्का के 2 जीवित हैंडग्रेनेड भी बरामद किए हैं.डीजीपी ने बताया कि सरूप सिंह को तरनतारन पुलिस द्वारा अमृतसर-हरीके रोड पर एक चौकी में शक के आधार पर पकड़ा था. यह गिरफ़्तारी उस समय हुई है जब पंजाब में हैंडग्रेनेड और आरडीएक्स से भरे टिफिन बॉक्स के अलावा अन्य हथियार और गोला बारूद की बरामदगी हो रही है. यह विदेश आधारित आतंकवादी नेताओं और देश विरोधी तत्वों द्वारा सीमावर्ती राज्य की शांति और भाईचारे को भंग करने की बड़ी कोशिशों का संकेत है. गौरतलब है कि इससे पहले भी 8 अगस्त, 2021 को, अमृतसर ग्रामीण पुलिस ने लोपोके के गांव दलेके से टिफिन बम के साथ-साथ उपरोक्त मार्के से मिलते-जुलते पांच हैंडग्रेनेड बरामद किए गए थे.स्टेट स्पेशल ऑपरेशन सेल अमृतसर द्वारा भी 16 अगस्त, 2021 को अमृतपाल सिंह और शम्मी के पास से अन्य हथियारों समेत उपरोक्त मार्के और मॉडल (पी-86) के दो हैडग्रेनेड जब्त किए गए थे. इसी तरह, कपूरथला पुलिस द्वारा 20 अगस्त, 2021 को फगवाड़ा से गुरमुख सिंह बराड़ और उसके साथी से इसी तरह के दो जीवित हैंडग्रेनेड, एक जीवित टिफिन बम और अन्य विस्फोटक सामग्री बरामद की गई थी. डीजीपी दिनकर गुप्ता ने बताया कि प्राथमिक जांच के दौरान सरूप सिंह ने खुलासा किया है कि वह सोशल मीडिया द्वारा विदेशी आधारित आतंकवादी संचालकों के संपर्क में आया था और उन्होंने उसे कट्टरपंथी बनाया और पंजाब में आतंकवादी कार्रवाईयों को अंजाम देने के लिए प्रेरित किया.डीजीपी ने बताया कि सरूप ने आगे खुलासा किया कि उसके विदेशी संचालकों ने उसके लिए 2 हैंडग्रेनेड की खेप का प्रबंध किया. उन्होंने आगे बताया कि सरूप पहले ही अमृतसर और लुधियाना में कुछ संवेदनशील टारगेटों की रेकी कर चुका था. उन्होंने आगे बताया कि आरोपी के मोबाइल फोन में से उसके विदेशी संचालकों द्वारा हैंडग्रेनेड को सफलतापूर्वक विस्फोट करने के बारे में बताते हुए एक प्रशिक्षण वीडियो भी बरामद किया गया है. दिनकर गुप्ता ने बताया कि व्यापक आतंकवादी नेटवर्क और उनकी योजनाओं का पता लगाने के लिए और जांच जारी हैं. प्राथमिक जांच से यह भी पता लगता है कि यह सभी खेपें सरहद पार से अलग-अलग आतंकवादी संगठनों द्वारा पंजाब में आतंकवादी हमलों को अंजाम देने के लिए भेजी जा रही हैं. इस दौरान, एफआईआर नंबर 217 तारीख 30 अगस्त, 2021 को विस्फोटक पदार्थ (संशोधन) एक्ट की धारा 3, 4 और 5 के अधीन सिटी पुलिस स्टेशन तरनतारन में दर्ज की गई है.