कौशलेन्द्र पाराशर की रिपोर्ट / बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में वैक्सीनेशन कार्यक्रम ने फिर एक बार जोर पकड़ा. कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर दावा किया गया कि देश में 1.32 करोड़ टीके लगाए गए. इसमें से 24 लाख टीके अकेले बिहार में लगे. बताया गया कि 24 लाख में से 90 फीसदी टीके ग्रामीण इलाकों में लगे. टीकाकरण के मामले में बिहार देश में सबसे पीछे है. यहां वैक्सीन के लिए योग्य आबादी में से केवल 8% को ही अभी तक पूरी तरह से टीका लगाया गया है और लगभग 40% को अब तक वैक्सीन की पहली डोज मिली है. राज्य के 17 जिले बाढ़ से भी जूझ रहे हैं और यहां अब तक सबसे अधिक टीकाकरण 5 अगस्त को 9.26 लाख किया था. 31 अगस्त को राज्य ने 24.23 लाख खुराक देकर सभी को चौंका दिया.राज्य के छह जिलों में 31 अगस्त को एक लाख से अधिक टीकाकरण किया गया. पूर्वी चंपारण जिले में सबसे अधिक 1.77 लाख, इसके बाद पटना (1.32 लाख), समस्तीपुर (1.12 लाख), गया (1.10 लाख), मुजफ्फरपुर (1.02 लाख) और दरभंगा (1.02 लाख) में टीकाकरण हुआ. यह सभी जिले इस समय बाढ़ग्रस्त हैं.केंद्र सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि बिहार द्वारा 31 अगस्त को बनाए गए रिकॉर्ड के बारे में सबसे खुशी की बात यह है कि कुल 24.23 लाख खुराक में से 22.12 लाख खुराक बिहार के ग्रामीण इलाकों में लगाए गए. अधिकारी ने कहा कि यह दिखाता है कि स्पेशल वैक्सीनेशन कैंपेन्स काम करते हैं. इससे पहले एमपी, यूपी में भी विशेष कैंपेन चलाए जा चुके हैं.बिहार में फिलहाल सिर्फ 99 एक्टिव केस,बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि 31 अगस्त को रिकॉर्ड मात्रा में खुराक देने के लिए 10,000 से अधिक टीकाकरण केंद्र चलाए गए. कुमार ने कहा कि बिहार ने 21 जून को ‘6 महीने में 6 करोड़ खुराक’ अभियान शुरू किया था, जिसके तहत जुलाई और अगस्त में राज्य में दो करोड़ खुराक दी गई हैं.बिहार में अब तक करीब 3.17 करोड़ लोगों को पहली खुराक मिल चुकी है जबकि करीब 63 लाख लोगों को दोनों खुराक मिल चुकी है. बिहार में योग्य वयस्क आबादी लगभग 7.4 करोड़ है. फिलहाल बिहार में केवल 99 एक्टिव केस हैं. राज्य में 31 अगस्त को सिर्फ 8 नए मामले सामने आए हैं और कोई मौत नहीं हुई है. बिहार में कोविड से जान गंवाने वालों की संख्या 9,653 है.