उमर फारूक की रिपोर्ट /नागपुर में दो दिनों से बड़ी संख्या में मिल रहे संक्रमण के मामलों के चलते मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे चिंतित. कोविड-19 महामारी की पिछली दोनों लहरों में महाराष्ट्र सर्वाधिक प्रभावित राज्य था. दूसरी लहर से उबरने के दौरान ही मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने राज्य में तैयारियों की बात कही थी. हाल ही में उन्होंने तीसरी लहर को लेकर भी चेतावनी जारी की थी .मंत्री नितिन राउत ने हाल ही में अधिकारियों के साथ एक समीक्षा बैठक की . उन्होंने संकेत दिए हैं कि स्थानीय प्रशासन जल्द ही संक्रमण की रफ्तार को रोकने के लिए पाबंदियों का ऐलान कर सकता है. इस बैठक में राजस्व, पुलिस और स्वास्थ्य समेत कई सरकारी विभागों के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी मौजूद थे. पत्रकारों से बातचीत में मंत्री ने कहा, ‘शहर में तीसरी लहर अपने पैर जमा चुकी है क्यों कि दो दिनों में दोहरे अंक में संक्रमण के मामले देखे गए हैं.राउत ने कहा, ‘अथॉरिटीज के एक से तीन दिनों में तारीखों पर फैसला लेने के बाद दुकानों और दूसरे प्रतिष्ठानों पर पाबंदियों दोबारा लगाई जाएंगी.’ उन्होंने कहा, ‘पाबंदियां जरूरी हैं, क्योंकि हमारे लिए लोगों जान बचाना सबसे पहला कर्तव्य है.’ राउत ने रविवार को 10 और सोमवार को मिले 13 नए मामलों के हवाले से तीसरी लहर की दस्तक की बात कही थी. जिले में कोविड-19 को लेकर लगाई गई पाबंदियों में पूरी तरह 17 अगस्त को ढील दी गई थी. हालांकि, करीब 10 दिन पहले नागपुर म्युनिसिपल कमिश्नर राधाकृष्ण बी ने संक्रमण के सभी नए माामलों के लिए अनिवार्य इंस्टीट्यूशनल क्वारंटीन के आदेश जारी किए थे. यह नियम लागू करने वाला नागपुर पहला शहर था. सीएम ठाकरे ने चेतावनी दी थी कि अगर संभावित तीसरी लहर को लकर जारी चेतावनियों को अनदेखा किया गया, तो राज्य को भारी कीमत चुकानी पड़ेगी. महाराष्ट्र के 72 फीसदी एक्टिव केस पांच राज्यों से आ रहे हैं. इनमें मुंबई और ठाणे जिले का नाम शामिल है.