सियाराम मिश्रा की वाराणसी से / ‘आज की शिक्षा को योग्यता से जोड़ा जाना आवश्यक है, बिना योग्यता के शिक्षा का कोई मूल्य नहीं है। लोकमान्य तिलक ने गणेश के और विनायक दोनों तत्वों को एकीकृत कर आम जनता को एक साथ जोड़कर भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन को जागृत करने का सफल प्रयास किया।’
यह उद्गार लोकमान्य सार्वजनिक श्री गणेशोत्सव के 23 वें वर्ष के आयोजन में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, संपर्क विभाग के साथ आयोजित ‘गणेशोत्सव का भारतीय स्वातंत्र्य में योगदान’ विषयक गोष्ठी में वक्ताओं के रहे। विशिष्ट वक्ता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग कार्यवाह श्री कृष्णचंद्र जी ने तिलक के गणेश उत्सव और सनातनधर्मियों के संगठन के मानस को संघ से जोड़ा। मुख्य अतिथि उ० प्र० माध्यमिक शिक्षा परिषद् के सदस्य डॉ० हरेंद्र राय जी ने कहा कि उस समय के कालखंड में यदि लाल-बाल-पाल और गणेशोत्सव नहीं होता तो आजादी और दस वर्ष नहीं मिल पाती।
उ० प्र० प्रधानाचार्य परिषद् के अध्यक्ष डॉ० चारुचंद्र जी ने इसे आगे बढ़ते हुए कहा कि यदि तिलक जी का निधन 15 वर्ष बाद हुआ होता तो आजादी उनके जीवन काल में ही मिल जाती और शायद और मजबूत होता दीनदयाल जी (संपर्क प्रमुख, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, काशी प्रांत)ने संघ द्वारा चलाये जा रहे ‘भारतीय स्वातंत्र्य अमृत महोत्सव’ कार्यक्रम में आज की इस गोष्ठी का समावेश निश्चित रूप से महत्वपूर्ण है। अध्यक्षीय उद्बोधन में समाजशास्त्र परिषद् के अध्यक्ष प्रो० अरविंद जोशी जी ने पोर्ट ब्लेयर के अनुभव को सुनाते हुए गणेशोत्सव के यथार्थ, व्यावहारिकता, प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम के प्रारंभ में अभ्यागतों ने गणेश जी के चित्र पर माल्यार्पण किया। मंचस्थों का स्वागत उपेंद्र विनायक सहस्रबुद्धे ने किया। मंचस्थों को अंगवस्त्र तथा स्मृति चिन्ह् अमित गुप्ता, गोपी चंद, अर्चना निगम तथा हितैषी चौहान ने प्रदान किया। संचालन उत्कर्ष उपेंद्र सहस्रबुद्धे ने तथा धन्यवाद ज्ञापन उत्सव अध्यक्ष श्रुति नागवंशी ने किया। इस अवसर पर आयोजित 14 प्रतिस्पर्धाओं के प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र तथा स्मृति चिन्ह् भेंट की गयी। मंचस्थों को स्मृति चिन्ह् के रूप में तलवार भेंट की गयी। कार्यक्रम में जी०जी०आई०सी० की डॉ० अर्चना सिंह, आर्य महिला डिग्री कॉलेज की प्रो० रचना दुबे, डॉ० जया राय, डॉ अनामिका दीक्षित, दुर्गाचरण की प्रधानाचार्या डॉ पद्मजा शर्मा, शिखी सिंह, विपिन बिहारी इंटर कॉलेज की डॉ रेणु सिंह, कांता रानी, किरण श्रीवास्तव, कन्या कुमारी इंटर कॉलेज की डॉ पूनम सिंह, मनोरमा राय, वल्लभ विद्यापीठ की डॉ० मुक्ता पांडेय, अग्रसेन पी जी कॉलेज की डॉ० शुभा सक्सेना, डॉ लक्ष्मी सिंह, वैभव दीक्षित, चाँद महल, अमन यादव, प्रतियोगिताओं के पुरस्कृत प्रतिभागी एवं अभिभावक गण उपस्थित रहे।