दिल्ली :कौशलेन्द्र पाराशर की रिपोर्ट / दुनिया में हो रहे अमेरिका की किरकिरी के बीच प्रधानमंत्री मोदी अमेरिका पहुंच रहे हैं. प्रधानमंत्री मोदी के यात्रा काफी अहम् मानी जा रही है. अफगानिस्तान में अमेरिका के निकलने के बाद भारत का हित प्रभावित हुआ है. PM MODI चाहेंगे की क्वाड लोकतांत्रिक व्यवस्था वाले भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया का एक समूह है जिसका मुख्य मकसद इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में चीन के बढ़ते प्रभाव को कम करना और उसकी दादागीरी को चुनौती देना है।इस समूह की परिकल्पना काफी पुरानी है, लेकिन यह सक्रिय कोरोना महामारी के दौरान चीन की बढ़ती आक्रामकता के बाद हुआ है।अफगानिस्तान पर चीन का प्रभाव भी बढ़ा है जो भारत और अमेरिका दोनों के लिए चिंता का विषय हैक्वाड का ये सम्मेलन ऐसे समय पर होने जा रहा है जब अफगानिस्तान पर तालिबान ने कब्जा कर लिया है और वहां भारत और अमेरिका जैसे लोकतांत्रिक देशों का प्रभाव लगभग न के बराबर हो गया है.क्वाड देशों का पहला इन-पर्सन सम्मेलन होगा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसमें हिस्सा लेने के लिए अमेरिका जाएंगे। अमेरिका राष्ट्रपति जो बाइडन इस सम्मलेन की मेजबानी करेंगे और ये 24 सितंबर को व्हाइट हाउस में होगाव्हाइट हाउस ने बयान जारी करते हुए कहा कि बाइडन 24 सितंबर को क्वाड नेताओं के पहले इन-पर्सन सम्मेलन का आयोजन करेंगे और इसमें भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन और जापानी प्रधानमंत्री योशिहिदे सुगा शामिल होंगे.