कौशलेन्द्र पाराशर की रिपोर्ट /:पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूडी बिहार की सारण सीट से बीजेपी के सांसद हैं. कोरोना काल में भी रूडी के घर से एंबुलेंस मिलने के बाद विपक्ष के लोगों ने उनपर कई सवाल खड़े किए थे. इस बार मामला एंबुलेंस से शराब की तस्करी का सामने आया है. सांसद रूडी के फंड से चलाए जा रहे एंबुलेंस से इस बार शराब की बरामदी हुई है वो भी देसी शराब. छपरा की भगवान बाजार पुलिस ने 280 लीटर देसी शराब के साथ एंबुलेंस को जब्त किया है. जब्त एंबुलेंस के ड्राइवर ने बताया कि एक मुखिया द्वारा यह एंबुलेंस संचालित किया जा रहा है, हालांकि शराब की तस्करी में मुखिया की भूमिका की पुलिस जांच कर रही है.भगवान बाजार थाना पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर एक एम्बुलेंस को थाना क्षेत्र के श्यामचक इलाके में पकड़ा और उसकी तलाशी ली. इस दौरा एंबुलेंस के चादर के नीचे छह बोरा देशी शराब बरामद हुआ. चालक को तत्काल हिरासत में ले लिया गया और एम्बुलेंस को थाना लेकर पुलिस चली आई. ड्राइवर से पूछताछ करने के बाद डोरीगंज थाना क्षेत्र के कोटवा रामपट्टी पंचायत के मुखिया जयप्रकाश सिंह सहित दो नामजद और एक अज्ञात के विरुद्ध मद्य निषेध की धारा में मामला दर्ज कर लिया गया है. भगवान बाजार थाना अध्यक्ष मुकेश कुमार झा ने बताया कि पुलिस द्वारा लगातार वाहन चेकिंग की जा रही है सभी संदिग्ध वाहनों की सघन जांच की जा रही है और इसी क्रम में एंबुलेंस से देशी शराब बरामद हुई है.पकड़े गए एम्बुलेंस को सारण सांसद राजीव प्रताप रूडी की सांसद निधि से 2019 में खरीदकर पंचायतों में मुखिया को सुपुर्द किया गया था ताकि ग्रामीण इलाकों से बीमार लोगो को स्वास्थ्य केंद्रों पर पहुंचाने में परेशानी का सामना नहीं करना पड़े लेकिन इस एंबुलेंस का दुरुपयोग के मामले आए दिन सामने आ रहे हैं. इस कड़ी में इस बार शराब तस्करी का मामला सामने आया है.हाल के दिनों में ये कोई पहला मामला नहीं है जब सारण के सांसद राजीव प्रताप रूडी द्वारा गरीब जनता के लिए दिए गए एंबुलेंस को लेकर विवाद हुआ हो. इससे पहले भी कोरोना काल में पूर्व सांसद पप्पू यादव द्वारा इस एंबुलेंस को लेकर सवाल खड़े किए गए थे और सोशल मीडिया में कई ऐसे वीडियो वायरल हुए थे जिसमें एंबुलेंस से बालू ढोने का वीडियो भी वायरल हुआ था. इसे लेकर विपक्ष ने इस योजना पर सवाल खड़े किए थे. तब सांसद राजीव प्रताप रूडी ने इसे काफी लाभकारी योजना बताया था और कहा था कि इस योजना का लाभ पंचायतों के जरिए उन लोगों तक पहुंच रहा है जिन्हें जरूरत है.